विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच भाजपा के 150 से अधिक पन्ना प्रमुखों द्वारा पार्टी बदलकर निर्दलीय उम्मीदवार नवीन गोयल को समर्थन देने की घोषणा पार्टी के लिए बड़ा झटका है।
पार्टी द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला करने वाले गोयल ने कहा कि ये लोग मूल रूप से उनके समर्थक थे, जो उन पर भरोसा करके भाजपा के लिए काम कर रहे थे। पन्ना प्रमुख पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ता होते हैं, जिन्हें घर-घर जाकर प्रचार करने और लोगों को उनके बूथ तक लाने का काम सौंपा जाता है।
गोयल ने कहा, “मेरे साथ 150 से ज़्यादा कार्यकर्ता आए हैं। ये मेरे लोग थे जो पार्टी की सेवा कर रहे थे। पार्टी उनके लिए सिर्फ़ नहीं थी और वे मौजूदा उम्मीदवार के उद्देश्य से सहमत नहीं थे और मेरे साथ आ गए।”
हर गुजरते दिन के साथ गोयल भाजपा उम्मीदवार मुकेश शर्मा के लिए एक बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं। पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के करीबी सहयोगी गोयल पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को निशाना बना रहे हैं और उनमें सेंध लगा रहे हैं। सत्ता विरोधी लहर के अलावा गोयल की बढ़ती लोकप्रियता गुरुग्राम में भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभर रही है। गोयल ने कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए पांच साल तक जमीनी स्तर पर काम किया और अब उन्होंने जो दिया है, उसे वापस ले रहे हैं।
गोयल ने कहा, “इस बार बात पार्टी के चुनाव चिन्हों की नहीं, बल्कि उम्मीदवारों की है। लोग उन लोगों को वोट देना चाहते हैं जो उनकी समस्या को सुनने और हल करने के लिए मौजूद होंगे और वे जानते हैं कि ऐसा कौन कर सकता है।”