श्रीनगर, 11 सितंबर । जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि उनके चुनावी घोषणा पत्र पर भाजपा का विरोध दर्शाता है कि पार्टी सही दिशा में बढ़ी रही है।
उन्होंने लोगों से पार्टी के घोषणापत्र को पढ़ने का आग्रह किया और दावा किया कि वे अन्य राजनीतिक दलों द्वारा सार्वजनिक किए गए घोषणा पत्रों की तुलना में इसे पसंद करेंगे।
बनिहाल में एक चुनावी रैली से इतर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने उनके घोषणापत्र की प्रशंसा की होती, तो इससे उन्हें डर लगता, लेकिन उनका विरोध बताता है कि वे सही दिशा में जा रहे हैं।
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “अगर भाजपा ने हमारे घोषणा पत्र की प्रशंसा की होती, तो इसने मुझे डरा दिया होता। उनका (भाजपा) विरोध और आलोचना हमें बताती है कि हम सही दिशा में जा रहे हैं।”
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “इसलिए मुझे नहीं लगता कि उनके बयानों पर बात करने की जरूरत है।”
अपने घोषणापत्र को लेकर उन्होंने कहा, “आइए आप हमारे घोषणापत्र पर गौर करें। मुझे उम्मीद है कि अगर लोग हमारे घोषणा पत्र को पढ़ेंगे तो वे अन्य राजनीतिक दलों के घोषणापत्रों की तुलना में इसे ज्यादा पसंद करेंगे।”
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन किया है। उनका मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी से है। बीते दिनों नेशनल कॉन्फ्रेंस ने घोषणापत्र जारी किया था। इसमें कहा गया था कि अगर पार्टी सत्ता में आती है, तो अनुच्छेद 370 को बहाल किया जाएगा। इस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक केंद्र में वह सत्ता में है, तब तक अनुच्छेद 370 को किसी भी कीमत पर बहाल नहीं किया जा सकता है।
इसके साथ ही भाजपा ने यह भी दावा किया कि अनुच्छेद 370 के निरस्त किए जाने के बाद घाटी में आतंकवाद पर कुठाराघात हुआ है और चौतरफा विकास की बयार बही है।