भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से धान के एमएसपी में बढ़ोतरी का अपना वादा पूरा करने को कहा है।
बीकेयू (टिकैत गुट) के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने कहा कि सैनी ने राज्य में सत्ता में आने पर धान का एमएसपी बढ़ाकर 3,100 रुपये प्रति क्विंटल करने का वादा किया था।
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा को पूर्ण जनादेश दिया है और सैनी को अपना वादा तुरंत पूरा करना चाहिए, क्योंकि राज्य में धान खरीद का मौसम चल रहा है।
भाकियू के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने कहा, “विधानसभा चुनाव-2024 के दौरान कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी ने वादा किया था कि अगर हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा सत्ता में आई तो धान का एमएसपी बढ़ाकर 3100 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया जाएगा। वर्तमान में धान का एमएसपी 2350 रुपये प्रति क्विंटल (कुछ किस्मों का 2300 रुपये प्रति क्विंटल भी) है, लेकिन सरकार ने धान के एमएसपी में बढ़ोतरी के वादे को पूरा करते हुए इन दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।”
जानकारी के अनुसार, बीकेयू के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने आज बिलासपुर की अनाज मंडी का दौरा किया और किसानों से मुलाकात की। उन्होंने बिलासपुर के एसडीएम जसपाल सिंह गिल और मार्केट कमेटी बिलासपुर की सचिव सुमन लता से भी उनके बिलासपुर स्थित कार्यालयों में मुलाकात की। उन्होंने सैनी का धान खरीद का जायजा लेने के लिए स्वयं अनाज मंडी का दौरा करने पर आभार जताया।
सुभाष गुर्जर ने कहा, “धीमी गति से उठान होने के कारण अनाज मंडियों में धान के ढेर लग गए हैं। किसानों को अपनी धान की फसल उतारने के लिए अनाज मंडियों में जगह नहीं मिल रही है और उन्हें अपनी फसल सड़कों पर भी डालने को मजबूर होना पड़ रहा है।” उन्होंने कहा कि सरकार को उठान कार्य में तेजी लानी चाहिए ताकि किसानों को अपना धान बेचने में किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही धान के उठान की समस्या का समाधान नहीं किया तो भाकियू सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी।
उन्होंने बताया कि किसानों की समस्याओं को जानने के लिए उनके नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल कल रादौर अनाज मंडी का दौरा किया था। इस अवसर पर सुभाष शर्मा सबीलपुर, सुभाष हरटोल, जसविंदर अजीजपुर, बलकार बसंतीवाला, रमेश अहड़वाला, हरटोल के सरपंच अमन कुमार, जसबीर अहड़वाला व अन्य मौजूद थे।