भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के बैनर तले किसानों ने शुक्रवार को करनाल मार्केट कमेटी के बाहर धरना दिया और धान खरीद तथा अनाज मंडियों में डिजिटल तौल मशीनें लगाने के राज्य के आदेश को लागू करने में सरकार और अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया।
प्रदर्शन का नेतृत्व ज़िला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन ने किया, जबकि प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने सरकार पर तीखा हमला बोला। मान ने कहा, “यह शर्मनाक है कि ख़ुद किसान होने के बावजूद मुख्यमंत्री नायब सैनी किसानों की दुर्दशा पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं। उन्हें ख़ुद मैदान में उतरकर हालात का जायज़ा लेना चाहिए।”
उन्होंने डिजिटल तौल मशीनों की स्थापना में देरी के लिए मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों और आढ़तियों के बीच सांठगांठ का आरोप लगाया। प्रशासन को चेतावनी देते हुए मान ने कहा, “अगर सोमवार तक डिजिटल तौल और धान की उचित खरीद की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई, तो हम मंगलवार से करनाल मार्केट कमेटी के मुख्य द्वार पर ताला जड़ देंगे और प्रशासन इसके लिए ज़िम्मेदार होगा।”
मान, ज़िला महासचिव सुरेंदर बेनीवाल, प्रवक्ता सुरेंदर सागवान, मेहताब कादियान व अन्य ने किसानों से अपनी उपज की डिजिटल तौल पर ज़ोर देने का आग्रह किया। उन्होंने किसानों से कहा, “किसी से न डरें। अगर कोई आढ़ती मना करे, तो मार्केट कमेटी कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराएँ।”
इस बीच, बीकेयू घरौंदा इकाई के अध्यक्ष धनेतर सिंह राणा ने डिजिटल तराजू न लगाए जाने के विरोध में शनिवार को घरौंदा अनाज मंडी में इसी तरह का विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “मार्केट कमेटी के अधिकारियों से देरी के लिए स्पष्टीकरण माँगा जाएगा।”
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