लंदन, पश्चिम लंदन में दिवाली समारोह के दौरान एक भयानक घटना में घर में आग लगने से से तीन बच्चों सहित एक हिंदू परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई थी। लोगों ने इस परिवार के सदस्यों को अपनी श्रद्धांजलि दी।
रविवार की रात चैनल क्लोज हाउंस्लो में आग लगने से सीमा रात्रा की उनके तीन बच्चों — रियान, शनाया और आरोही के साथ मृत्यु हो गई। इस हादसे में उनके घर आए एक मेहमान की भी मौत हो गई।
जबकि रात्रा के पति एरोन किशन बच गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, छठा व्यक्ति लापता है। पुलिस आग के कारणों की जांच कर रही है।
गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार स्प्रिंगवेल स्कूल की ओर से मंगलवार को घटनास्थल पर बच्चों के लिए फूलों के गुच्छे रखे गये।
‘मिसेज शेल्डन’ की ओर से दी गई श्रद्धांजलि में लिखा गया, “तीन खूबसूरत आत्माओं को खोने के बारे में सुनकर हमारे दुख को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।”
एक छह वर्षीय बच्चे ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा, ”प्रिय रियान, मुझे बहुत दुख है कि आपके साथ ऐसा हुआ। आज सब रो रहे हैं और आज तुम्हें याद कर रहे हैं। आप अभी भी हमारे परिवार का हिस्सा हैं। हम आपको कभी नहीं भूलेंगे और आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे। ईश्वर आपको स्वर्ग में अनन्त जीवन प्रदान करें।”
द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों के चचेरे भाई-बहनों ने अपने आंसू रोक रखे थे और वे इतने सदमे में थे कि इस घातक आग के बाद वे बोल भी नहीं पा रहे थे।
पड़ोसियों ने कहा कि उन्होंने आग लगने के बाद किशन को “मेरे बच्चे, मेरे बच्चे” चिल्लाते हुए घर से भागते हुए देखा।
आग पर काबू पाने के लिए दस दमकल गाड़ियों और लगभग 70 अग्निशामकों को लगाया गया, जिसमें ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल नष्ट हो गई और छत का कुछ हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया।
अग्निशामक कर्मियों को परिवार के पांच सदस्यों के शव घर की पहली मंजिल पर मिले।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मेट्रोपॉलिटन पुलिस के मुख्य अधीक्षक सीन विल्सन ने इसे “भयानक घटना” कहा और कहा कि लंदन फायर ब्रिगेड (एलएफबी) इस त्रासदी के पीछे के कारण का पता लगाने के लिए प्रयास करेगी।
एलएफबी ने कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि आग लगने का कारण आतिशबाजी या हाल की में दिवाली समारोह में इस्तेमाल की जाने वाली मोमबत्तियां थीं।