March 6, 2025
Sports

कांस्य पदक विजेता अमन सहरावत पहुंचे गांव, ग्रामीणों और खेल प्रेमियों ने रथ पर बिठाकर किया स्वागत

Bronze medal winner Aman Sehrawat reached the village, the villagers and sports lovers welcomed him by sitting on a chariot

 

झज्जर, भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने 2024 पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया। वह रविवार को हरियाणा के झज्जर जिले में अपने गांव डीघल पहुंचे, जहां लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया।

कांस्य पदक विजेता को ग्रामीणों और खेल प्रेमियों ने रथ पर बिठाकर फूल माला के साथ उनका सम्मान किया। इस दौरान रेसलर विनेश फोगाट भी अमन सहरावत के साथ मौजूद रहीं। अमन सहरावत डीघल गांव के स्टेडियम में अहलावत खाप और खेल प्रेमियों की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

पेरिस ओलंपिक में अमन सहरावत ने पुरुषों के 57 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक मैच में प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज को 13-5 से हराया था। अमन ने पहले राउंड में 6-3 से बढ़त हासिल की, लेकिन दूसरे राउंड में भी भारतीय पहलवान अपने अटैकिंग अंदाज में दिखाई दिए।

इसके बाद वह अपने बेहतरीन अटैक की बदौलत इस मुकाबले में पूरी तरह से हावी रहे, जिससे क्रूज को किसी भी तरह की वापसी का मौका नहीं मिला। इस जीत ने उन्हें यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग श्रेणी में रैंकिंग में वर्ल्ड नंबर 2 पर पहुंचा दिया है। अमन सहरावत ने 21 साल की उम्र में यह रिकॉर्ड बनाया है।

हालांकि, अमन सहरावत के लिए यह सफर आसान नहीं रहा। सेमीफाइनल में उन्हें रियो 2016 के रजत पदक विजेता और जापान के शीर्ष वरीयता प्राप्त पहलवान री हिगुची के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा था। उस मुकाबले में अमन को 0-10 से हार का सामना करना पड़ा था, जिससे उनका स्वर्ण पदक का सपना टूट गया था, लेकिन अमन ने बढ़िया वापसी की और भारत के लिए कांस्य पदक जीतकर सभी को गौरवान्वित किया।

अमन की मेहनत और अनुशासन की उनके कोच और छत्रसाल स्टेडियम के ट्रेनर जयवीर दहिया ने भी तारीफ की। उन्होंने कहा था कि अमन सहरावत ने पेरिस ओलंपिक में बढ़िया प्रदर्शन किया। वह एक अनुशासित पहलवान हैं। उन्होंने कभी कोई क्लास मिस नहीं की है और दोनों समय नियमित तौर पर प्रैक्टिस की है। अमन जूनियर पहलवानों के लिए प्रेरणा हैं।

 

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