सोनीपत, 14 अगस्त पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी सुमित कुमार और अभिषेक नैन का मंगलवार को यहां पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।
सुमित कुमार का सोनीपत में जोरदार स्वागत। रमेश कुमार टीम ने ओलंपिक में दूसरी बार कांस्य पदक जीता। इससे पहले टीम ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
सुमित अपने प्राथमिक कोच नरेश अंतिल के साथ फूलों से सजी कार में सवार थे। परिवार के सदस्यों, ग्रामीणों, दोस्तों और उभरते खिलाड़ियों ने सुमित का माला पहनाकर, पटाखे फोड़कर, फूलों की पंखुड़ियाँ बरसाकर और नारे लगाकर स्वागत किया। ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने ढोल और अन्य संगीत वाद्ययंत्रों की धुनों पर नृत्य किया।
अंतिल ने बताया कि सुमित का विशेष स्वागत किया गया। कुराड़ गांव के निवासी करीब 30 वाहनों के काफिले के साथ एक एसी बस में सवार होकर दिल्ली हवाई अड्डे पर अपने हॉकी स्टार का स्वागत करने पहुंचे।
मोटरसाइकिलों पर तिरंगा लिए युवा काफिले का नेतृत्व कर रहे थे। विजय जुलूस एनएच-44 पर बहालगढ़ चौक से शुरू हुआ और उनके गांव में समाप्त हुआ।
भावुक सुमित ने कहा, “यह पदक देश के लोगों के आशीर्वाद का नतीजा है।” उन्होंने अपना कांस्य पदक अपनी मां को समर्पित किया, जो टूर्नामेंट के दौरान हमेशा उनके दिमाग में रहीं।
गांव की मुख्य चौपाल में भव्य स्वागत कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें राजनीतिक नेता, साई कोच, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी आदि मौजूद थे।
हॉकी टीम के एक अन्य सदस्य अभिषेक का भी मयूर विहार कॉलोनी में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। सोनीपत-दिल्ली रोड स्थित महाराणा प्रताप चौक पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और उनका स्वागत किया। शहर में उनकी जीत का जश्न मनाते हुए जुलूस निकाला गया।
भव्य स्वागत से अभिभूत अभिषेक ने कहा कि उन्होंने अपना पदक देश, परिवार और भारत के युवा हॉकी खिलाड़ियों को समर्पित किया है। उन्होंने राज्य सरकार की खेल नीतियों की प्रशंसा की। अभिषेक ने कहा कि उन्हें ओलंपिक के दौरान अपनी मां के हाथ का बना चूरमा बहुत याद आता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी चूरमा लेकर जाएंगे।