हैदराबाद, 30 दिसंबर । तेलंगाना में कांग्रेस के हाथों सत्ता गंवाने के बाद भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) अब अगले कुछ महीनों में होने वाले लोकसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
बीआरएस पार्टी तीन जनवरी से लोकसभा क्षेत्रवार तैयारी बैठकें करेगी। बीआरएस अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव के निर्देश पर, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के. तारक राम राव, महासचिव के. केशव राव और अन्य नेता यहां तेलंगाना भवन में तैयारी बैठकें करेंगे।
चर्चा लोकसभा चुनाव में लागू की जाने वाली रणनीति के इर्द-गिर्द घूमेगी। इन बैठकों में शामिल होने वाले नेताओं से इनपुट और राय लेकर पार्टी एक कार्ययोजना तैयार करेगी। बीआरएस नेताओं ने कहा कि उन क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जाएगा जहां पार्टी हाल के विधानसभा चुनावों में मामूली अंतर से हार गई थी।
इन समीक्षा बैठकों के बाद पार्टी एक जोरदार अभियान शुरू करने के लिए कमर कस लेगी। पूर्व स्पीकर मधुसूदन चारी, पूर्व मंत्री हरीश राव, कादियम श्रीहरि, पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी, जगदीश रेड्डी, प्रशांत रेड्डी, निरंजन रेड्डी और अन्य महत्वपूर्ण नेता इन बैठकों का हिस्सा होंगे।
पार्टी ने शुक्रवार को घोषणा की कि बैठकें दो चरणों में आयोजित की जाएंगी। पहले चरण में 3 जनवरी से 12 जनवरी तक बैठकें होंगी। संक्रांति उत्सव के तीन दिन के अवकाश के बाद दूसरा चरण 16 जनवरी को फिर से शुरू होगा।
आदिलाबाद निर्वाचन क्षेत्र के लिए बैठक, जो वर्तमान में भाजपा के पास है, 3 जनवरी को होगी। प्रतिदिन एक विधानसभा क्षेत्र की बैठक होगी। करीमनगर, चेवेल्ला, पेद्दापल्ली, निज़ामाबाद, ज़हीराबाद, खम्मम, वारंगल, महबुबाबाद और भोंगीर को 12 जनवरी तक कवर किया जाएगा।
संक्रांति अवकाश के बाद, बैठकें 16 जनवरी को फिर से शुरू होंगी। जिसमें पार्टी नेता नलगोंडा निर्वाचन क्षेत्र की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
अंतिम दिन यानी 21 जनवरी को सिकंदराबाद और हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्रों की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। प्रत्येक संसद क्षेत्र के सभी प्रमुख नेताओं को इन बैठकों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के बीआरएस संसद सदस्य, प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के विधायक, एमएलसी, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष, महापौर, पूर्व महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष, पूर्व निगम अध्यक्ष इन बैठकों में निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी, जिला पार्टी अध्यक्ष, जन प्रतिनिधि और अन्य महत्वपूर्ण नेता भाग लेंगे।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में, बीआरएस ने 119 सदस्यीय विधानसभा में केवल 39 सीटें जीतकर कांग्रेस के हाथों सत्ता खो दी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीआरएस ने 17 में से नौ सीटों पर जीत हासिल की थी।