इंफाल, 29 सितंबर, । सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने संघर्षग्रस्त मणिपुर में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की और हाल ही में हिंसा बढ़ने के मद्देनजर अर्धसैनिक बल की परिचालन तैयारियों का जायजा लिया।
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी ने अपने दो दिवसीय दौरे (28-29 सितंबर) के दौरान परिचालन परिदृश्य की व्यापक समीक्षा की और मणिपुर में हाल ही में हिंसा में वृद्धि के मद्देनजर अर्धसैनिक बल की परिचालन तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने ऐसे कई जगहों का दौरा किया, जहां पर बीएसएफ तैनात है। उन्होंने सैनिकों से बात की और अशांत राज्य में शांति लाने के उनके प्रयासों की सराहना की।
पूर्वोत्तर राज्य में मैतेई और कुकी, समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद 60,000 केंद्रीय बलों के हिस्से के रूप में, बीएसएफ की कई बटालियनों को मणिपुर में तैनात किया गया था। यह राज्य म्यांमार के साथ लगभग 400 किलोमीटर की बिना बाड़ वाली सीमा भी साझा करता है।
बीएसएफ के अपर महानिदेशक (पूर्वी कमान) रवि गांधी ने मणिपुर में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य के बारे में महानिदेशक बीएसएफ को जानकारी दी और महानिदेशक बीएसएफ ने मिजोरम और कछार फ्रंटियर के महानिरीक्षक संजय कुमार मिश्रा और मणिपुर के सेक्टर सीआई (ऑपरेशन) के उप महानिरीक्षक सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभिन्न जिलों की ताजा स्थिति पर चर्चा की।
बीएसएफ प्रमुख ने रविवार को सुगनू और काकचिंग जिलों के आदिवासी बहुल इलाकों का दौरा किया और कमांडरों और सैनिकों के साथ बातचीत की। उन्होंने मणिपुर में सुरक्षा बनाए रखने के लिए उनके अथक प्रयासों और योगदान की सराहना की और उन्हें पूर्ण समर्पण और अत्यंत व्यावसायिकता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित किया।
बीएसएफ महानिदेशक ने सहायक प्रशिक्षण केंद्र (एसटीसी), बीएसएफ, चुराचांदपुर का भी दौरा किया और उन्हें महानिरीक्षक, एम एंड सी फ्रंटियर और एसटीसी द्वारा उपलब्ध प्रशिक्षण सुविधाओं और केंद्र में आयोजित प्रशिक्षण गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई।
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