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जगाधरी विधानसभा क्षेत्र में अपना गढ़ बचाने के लिए बसपा कोई कसर नहीं छोड़ रही

BSP is leaving no stone unturned to save its stronghold in Jagadhri assembly constituency.

यमुनानगर जिले का जगाधरी विधानसभा क्षेत्र हरियाणा में बसपा का गढ़ माना जाता है, इसलिए पार्टी के नेता पार्टी की इस राजनीतिक विरासत को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद सहित कई बसपा नेता विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के कई राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल हो चुके हैं। अब, बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के छछरौली कस्बे में एक चुनावी रैली को संबोधित किया।

यहां से तीन विधायक- 2000 में जगाधरी विधानसभा क्षेत्र से बिशन लाल सैनी, 2005 में छछरौली विधानसभा क्षेत्र (अब छछरौली विधानसभा जगाधरी विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है) से अर्जन सिंह तथा 2009 में जगाधरी विधानसभा क्षेत्र से अकरम खान बसपा की टिकट पर निर्वाचित हुए हैं।

इस बार बसपा ने जगाधरी विधानसभा क्षेत्र से दर्शन लाल खेड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिससे मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

जगाधरी विधानसभा क्षेत्र से इनेलो-बसपा गठबंधन प्रत्याशी दर्शन लाल खेड़ा जगाधरी में जनता को संबोधित करते हुए। राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, खेड़ा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के चुनावी गणित को बिगाड़ सकते हैं।

एक राजनीतिक पर्यवेक्षक ने कहा, “बसपा उम्मीदवार दर्शन लाल खेड़ा भी सीट जीत सकते हैं। लेकिन अगर खेड़ा जीत दर्ज करने में विफल रहते हैं और उन्हें अच्छी संख्या में वोट मिलते हैं, तो वे कांग्रेस और आप के चुनावी गणित को बिगाड़ सकते हैं। अगर खेड़ा के पक्ष में कम मतदान होता है, तो यह भाजपा के लिए नुकसानदेह हो सकता है।”

जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के अलावा जिले के अन्य तीन विधानसभा क्षेत्रों -सढौरा, यमुनानगर और रादौर – में बसपा का अच्छा वोट बैंक है।

हरियाणा में बसपा और इनेलो के बीच गठबंधन है और इस गठबंधन के कारण जिले के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी राजनीतिक समीकरण बदलने की संभावना है।

इनेलो नेता दिलबाग सिंह 2009 में यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र से इनेलो की टिकट पर विधायक चुने गए थे। 2019 के विधानसभा चुनाव में दिलबाग सिंह 63,393 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे और उन्हें भाजपा उम्मीदवार घनश्याम दास अरोड़ा ने मात्र 1,455 वोटों के अंतर से हराया था।

2024 के चुनाव में बिलबाग सिंह इस विधानसभा क्षेत्र से इनेलो-बसपा के उम्मीदवार हैं। हाल ही में कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकट न दिए जाने पर नाराज कांग्रेस नेता बृजपाल छप्पर बसपा में शामिल हो गए।

छप्पर इनेलो-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार हैं और वह साढौरा आरक्षित विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं तथा कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवारों के लिए कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं।

बसपा के प्रदेश अध्यक्ष धर्मपाल तिगरा इनेलो-बसपा गठबंधन के टिकट पर रादौर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं और भाजपा व कांग्रेस उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

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