November 24, 2024
National

बलात्कारी के घर पर बुलडोजर नहीं चला, छूटे तो फूलों से स्वागत हुआ : अजय राय

लखनऊ, 1 सितंबर । उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने आईआईटी (बीएचयू) मामले में भाजपा सरकार को घेरा है। दरअसल, आईआईटी (बीएचयू) में छात्रा के साथ बलात्कार के मामले में दो आरोपियों को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों आरोपी जब जेल से बाहर आए तो उनका स्वागत फूलों से किया गया। वहीं, सोशल मीडिया पर कई फोटोज वायरल हैं, जिसमें आरोपियों को स्वागत केक काटकर किया जा रहा है। इस मामले पर विपक्ष भाजपा पर हमलावर है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी सांसद हैं। वह ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा देते हैं और प्रदेश की सरकार में तो बलात्कारियों के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई होती है। लेकिन, इस मामले में ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि, आरोपी भाजपा के हैं।

अजय राय ने एक्स पर पोस्ट किया, ”आईआईटी (बीएचयू) की छात्रा के गुनहगारों को कोर्ट से जमानत मिल गई। क्योंकि, जनता के लिए ट्रबल पैदा करने वाली इस डबल इंजन सरकार ने कोर्ट में इनके खिलाफ बेहद लचर दलीलें पेश की। बलात्कारियों का झुंड लेकर चलने वाली इस भाजपा सरकार से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है।”

उन्होंने आगे लिखा, ”इन्होंने यह नहीं सोचा कि अपनी आंखों में अपना और देश का भविष्य संवारने का ख्वाब लेकर आईआईटी (बीएचयू) में पढ़ने आई इस छात्रा के हृदय पर इनके इस कलंकी कारनामे का क्या असर होगा। क्या प्रभाव पड़ेगा उन छात्रों पर जिन्होंने अपने साथी के न्याय की लड़ाई लड़ी और इनके पुलिसवालों की लाठियां तक खाईं। इतना ये सोचते ही नहीं क्योंकि इन्हें बस अपने बलात्कारी शिष्यों से मतलब है। इनके शासन में हमारी बेटियों की सुरक्षा और उनके साथ न्याय होने की बात सोची भी नहीं जा सकती। इन्हें सरकार से उखाड़ फेंकना ही हमारी बेटियों की सुरक्षा की एकमात्र गारंटी है।”

उन्होंने आईएएनएस से कहा कि आरोपियों को बचाने का काम भाजपा के लोगों ने किया। कई दिनों तक गिरफ्तारी नहीं हुई। जब हम लोगों ने धरना प्रदर्शन किया, दबाव बनाया, तब जाकर गिरफ्तारी हुई। लेकिन, वह भी दिखावे के लिए ही था। अब उन्हें रिहा किया गया और फिर उन्हें माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया।

बता दें कि 1 नवंबर, 2023 की रात को पीड़िता अपने एक पुरुष मित्र के साथ कैंपस में टहलने गई थी, तभी तीन आरोपियों ने उसे रोका, उसके साथ दुर्व्यवहार किया। घटना के 60 दिन बाद 31 दिसंबर 2023 को कुणाल पांडे, सक्षम पटेल और अभिषेक चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इस मामले में वाराणसी पुलिस ने 200 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी।

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