पंजाब के राजस्व मंत्री एस. हरदीप सिंह मुंडियन ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री एस. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार पूरे पंजाब में एक पारदर्शी, उत्तरदायी और जनहितैषी राजस्व प्रणाली बनाने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस स्पष्ट लक्ष्य के साथ, राज्य सरकार ने आवश्यक सेवाओं तक पहुँच को आसान बनाने के लिए तहसील और उप-तहसील भवनों के निर्माण और उद्घाटन के लिए 2025 के दौरान एक संरचित और समयबद्ध कार्यक्रम शुरू किया है
राजस्व मंत्री ने कहा कि जनसुविधा को सर्वोपरि रखते हुए, कई उपमंडल और तहसील परिसरों का निर्माण पूरा हो चुका है और वे चालू हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में, मुख्यमंत्री एस. भगवंत सिंह मान ने 9 जून, 2025 को पटियाला जिले के दुधन साधन में एसडीएम परिसर का उद्घाटन किया। इसके बाद, 18 जुलाई, 2025 को मालेरकोटला जिले के अहमदगढ़ और अमरगढ़ में एसडीएम परिसरों का उद्घाटन किया गया। इसी प्रकार, 8 नवंबर, 2025 को गुरदासपुर जिले के बटाला में एसडीएम परिसर का उद्घाटन किया गया। मंत्रिमंडल मंत्री ने कहा कि इन पहलों से नागरिकों को अपने घरों के पास ही राजस्व और संबंधित सेवाओं तक सुगम और सम्मानजनक तरीके से पहुंच प्राप्त करने में मदद मिल रही है।
एस. हरदीप सिंह मुंडियन ने कहा कि सभी नवनिर्मित राजस्व भवनों को आधुनिक सुविधाओं, सार्वजनिक उपयोग के स्थानों और उचित अभिलेख प्रबंधन ढांचे के साथ विकसित किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भूमि अभिलेख, पंजीकरण और परिवर्तन संबंधी सेवाओं को सुव्यवस्थित किया जा रहा है ताकि देरी को कम किया जा सके और सरकारी कार्यालयों के बार-बार चक्कर लगाने की आवश्यकता न पड़े। उन्होंने कहा कि मान सरकार जनता की असुविधा को कम करने और यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि राजस्व प्रशासन किसान-हितैषी और नागरिक-केंद्रित बना रहे।
राजस्व मंत्री ने आगे कहा कि कई गांवों के निवासियों को राजस्व सेवाओं के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, जिससे उन्हें लंबे समय से परेशानी होती आ रही थी। इस समस्या के समाधान के लिए 2025 के दौरान क्षेत्राधिकार सीमाओं का युक्तिकरण किया गया है। नामोल गांव को उप-तहसील चीमा से हटाकर संगरूर जिले के उप-मंडल सुनाम उधम सिंह वाला के अधिकार क्षेत्र में रखा गया है। इसी प्रकार, महरू, तिवाना और तसलपुर गांवों को पटियाला जिले के उप-मंडल और तहसील दुधन साधन से हटाकर उसी जिले की उप-तहसील घनाउर में स्थानांतरित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि पटियाला जिले के राजपुरा उपमंडल और तहसील के आठ गांवों, अर्थात् मानकपुर, खेड़ा गज्जू, उर्ना, चंगेरा, ऊंचा खेड़ा, गुरदितपुरा, हदीतपुरा और लैहलन को एसएएस नगर मोहाली तहसील और जिले के अंतर्गत बनूर उप-तहसील में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके अलावा, 2025 के दौरान लुधियाना (उत्तर) उप-तहसील का गठन किया गया है, जिसमें लुधियाना (पूर्व) तहसील के सात गांव और लुधियाना (पश्चिम) तहसील के दो गांव, अर्थात् महल बागात, सलेम तबरी, फामरा, तरफा सेखेवाल, तरफा पीरुबंदा, तरफा बुर्रा, तरफा नूर भैनी, तरफा कराबारा और हैबोवाल कलां शामिल हैं। इससे शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में सेवा वितरण को और मजबूत किया जा सकेगा।


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