नई दिल्ली, फिल्मों के सह-निर्माण को बढ़ावा देने की दृष्टि से केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ‘ऑडियो विजुअल को-प्रोडक्शन ट्रीटी’ पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘ऑडियो विजुअल को-प्रोडक्शन ट्रीटी’ पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दे दी है। ऑडियो वीजुयल को-प्रोडक्शन संधियां उन दस्तावेजों को सक्षम कर रही हैं जो दो देशों के बीच फिल्मों के सह-निर्माण की सुविधा प्रदान करते हैं। इस तरह के समझौते अम्ब्रेला एग्रीमेंट हैं जिसके तहत निजी, अर्ध-सरकारी या सरकारी एजेंसियां एक साथ फिल्मों का निर्माण करने के लिए अनुबंध करती हैं।
भारत ने अब तक विदेशों के साथ 15 ऑडियो विजुअल को-प्रोडक्शन संधियों पर हस्ताक्षर किए हैं। ऑस्ट्रेलिया भारतीय फिल्मों की शूटिंग के लिए पसंदीदा जगह बनकर उभरा है। नई परियोजनाओं की तलाश में फिल्म निर्माताओं के लिए भारत तेजी से एक प्रमुख सामग्री केंद्र के रूप में उभर रहा है। भारत में विदेशी स्थानों, प्रतिभा पूल, उत्पादन की अपेक्षाकृत सस्ती लागत और उत्पादन के बाद की बहुतायत है, जिससे भारत विदेशी फिल्म निर्माताओं का पसंदीदा गंतव्य बन गया है।
को-प्रोडक्शन संधि के अनुसार, दोनों देशों के उत्पादकों का संबंधित योगदान को-प्रोडक्शन कार्य की अंतिम कुल लागत के 20 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक भिन्न हो सकता है।
प्रस्तावित समझौते से ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंधों को बढ़ावा मिलेगा, कला और संस्कृति का आदान-प्रदान होगा, हमारे देश की सॉफ्ट पावर का प्रदर्शन होगा और ऑडियो विजुअल को-प्रोडक्शन में लगे कलात्मक, तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मियों के बीच रोजगार का सृजन होगा।
भारतीय लोकेशंस के उपयोग से भारत की एक पसंदीदा फिल्म शूटिंग गंतव्य के रूप में संभावनाएं बढ़ती हैं और देश में विदेशी मुद्रा का प्रवाह उत्पन्न होगा।
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