नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 3 अगस्त को बिहार एनडीए सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ को ‘घमंडिया’ बोलते हुए जमकर निशाना साधा था।
पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें लगातार इस तरह के सुझाव मिल रहे हैं कि विपक्ष के गठबंधन का नाम इंडिया नहीं घमंडिया होना चाहिए।
इससे एक दिन पहले 2 अगस्त को दक्षिण भारत के तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, पुड्डुचेरी, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह एवं लक्षद्वीप के एनडीए सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन पर तीखा निशाना साधते हुए विपक्षी दलों के गठबंधन को ‘यूपीए प्लस’ कह कर संबोधित किया था।
दरअसल, भाजपा ने जुलाई महीने के आखिरी दिनों में एक रणनीति के तौर पर यह फैसला किया था कि पार्टी विपक्षी दलों के गठबंधन को ‘इंडिया’ नहीं बल्कि ‘यूपीए’ के नाम से ही संबोधित करेगी। ताकि यूपीए नाम का बार-बार जिक्र कर देश के आम जनमानस को यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार और घोटाले की लगातार याद दिलाई जाए।
हालांकि अब पार्टी सूत्रों की तरफ से यह बताया जा रहा है कि पार्टी इंडिया गठबंधन के लिए घमंडिया नाम का इस्तेमाल करने और इस नाम को लेकर बाकायदा एक अभियान चलाने पर भी गंभीरता से विचार कर रही है।
यह अभी विचार-विमर्श के दौर पर ही है और इस शब्द को लेकर देशव्यापी अभियान चलाने को लेकर अभी अंतिम फैसला किया जाना बाकी है। लेकिन, आने वाले दिनों में पार्टी नेता ज्यादा से ज्यादा इस शब्द का इस्तेमाल विपक्षी गठबंधन के लिए करते जरूर नजर आएंगे।