करनाल इंटरनेशनल स्कूल ने प्रतिभा खोज परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले कक्षा छह से ग्यारह तक के अपने विद्यार्थियों को सम्मानित करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया। जेनेसिस क्लासेस द्वारा आयोजित इस परीक्षा में देश भर से लगभग 22,000 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कई टॉपर करनाल इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थी हैं।
समारोह के मुख्य अतिथि हरियाणा के पूर्व डीजीपी आरसी मिश्रा थे। मिश्रा ने उपलब्धि हासिल करने वालों को पुरस्कार प्रदान किए और एक प्रेरक भाषण दिया, जिसमें विद्यार्थियों को दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के साथ अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। पहचान सोसायटी के अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए, उनके प्रयासों और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों को हमारे प्राचीन ज्ञान और “संस्कारों” से जुड़े रहते हुए अकादमिक उत्कृष्टता के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। इससे पहले स्कूल पहुंचने पर मिश्रा का स्कूल के एनडीए विंग के कैडेटों द्वारा औपचारिक स्वागत किया गया। इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन कर्नल अरुण दत्ता और जेनेसिस क्लासेस के प्रबंध निदेशक जितेंद्र अहलावत भी मौजूद थे।
यमुनानगर: जेएमआईटी रादौर के तत्वावधान में विज्ञान, इंजीनियरिंग एवं प्रबंधन पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भौतिकी के प्रोफेसर संजीव अग्रवाल विशिष्ट अतिथि रहे। उन्होंने सम्मेलन का उद्घाटन किया तथा इलेक्ट्रॉन बीम त्वरण पर व्याख्यान दिया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि विज्ञान, इंजीनियरिंग एवं प्रबंधन का समन्वय न केवल तकनीकी विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि सामाजिक समस्याओं को सुलझाने में भी सहायक होता है। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक संजीव कुमार गर्ग ने अपने संबोधन में संस्थान की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने औद्योगिक क्रांति 4, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग को आज विद्यार्थियों की सबसे बड़ी जरूरत बताया।
उन्होंने संस्थान की टीम एवेंजर्स को सूरतकल में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी तथा विजेताओं की प्रशंसा की। पहले दिन अमेरिका से परवीन बाजार्ड ने कोकलियर इंप्लांट पर विद्युत धारा के प्रभाव पर प्रकाश डाला। इसके बाद कनाडा के टोरंटो विश्वविद्यालय से वान स्मिथ ने ऑटिज्म के कारणों के क्षेत्र में अपना शोध प्रस्तुत किया। दूसरे दिन की शुरुआत अमेरिका के अर्कांसस स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अलेक्जेंडर स्कोलकोव ने जीईएमबीए वॉक और मशीन लर्निंग पर व्याख्यान देकर की। फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के विपिन मेहता ने समाज की सेवा के लिए चिकित्सा विज्ञान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग पर श्रोताओं को संबोधित किया।