अनिल अपना सीएससी सेंटर बंद कर निजी काम से करनाल गया था। वहां से वह रात करीबन साढ़े 11 बजे वापस घर के लिए चला था। रात सवा 12 बजे फ्लाईओवर पर जिला नागरिक अस्पताल के सामने उसकी कार डिवाइडर से टकरा कर पलट गई।
पानीपत में फ्लाईओवर पर जिला नागरिक अस्पताल के सामने कार डिवाइडर पर टकराकर पलट गई थी। पलटने के बाद गाड़ी में शार्ट सर्किट हुआ और आग लग गई। कार चालक अनिल खिड़की लॉक होने के कारण बाहर नहीं निकल पाया और अंदर ही जिंदा जल गया। उसकी मौत हो गई। सिटी थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। डॉक्टरों के अनुसार अनिल 100 प्रतिशत तक जल चुका था। पुलिस ने जली हुई कार को अपने कब्जे में ले लिया है। अब पुलिस अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है।
डाडोला गांव निवासी अनिल (33) गांव में ही सीएचसी सेंटर चलाता था। वह 13 साल के प्रिंस व नौ साल के शुभम का पिता था। अनिल ने 2019 में सिलेरियो सीएनजी फिटेड कार खरीदी थी। वह वीरवार दोपहर को सीएससी सेंटर बंद कर निजी काम से करनाल गया था। वहां से वह रात करीबन साढ़े 11 बजे वापस घर के लिए चला था। रात सवा 12 बजे फ्लाईओवर पर जिला नागरिक अस्पताल के सामने उसकी कार डिवाइडर से टकरा कर पलट गई।
पलटने से कार में शार्ट सर्किट हुआ और आग लग गई। कार की खिड़कियां लॉक हो गई । इसलिए अनिल बाहर नहीं निकल पाया। देखते ही देखते कार आग के गोले में बदल गई। राहगीरों ने दमकल विभाग व पुलिस को सूचित किया। 15 मिनट बाद दमकल विभाग की एक गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
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सिटी थाना पुलिस ने अनिल को कार से बाहर निकाला। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उसका आधा शव कंकाल में बदल चुका था। पुलिस ने कार के नंबर से शव की शिनाख्त की और शुक्रवार सुबह उसके परिजनों को हादसे के बारे में सूचित किया। परिजन सिटी पुलिस थाना में पहुंचे यहां पुलिस ने परिजनों को हादसे के बारे में पूरी जानकारी दी।
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