यमुनानगर जिले में धान के अवशेषों को कथित तौर पर आग लगाने के आरोप में एक किसान पर मामला दर्ज किया गया है। रादौर थाने में घिलौर गांव के किसान रणबीर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
जिले में खेतों में पराली जलाने के मामले में इस सीजन की यह पहली एफआईआर है। कृषि विभाग यमुनानगर के सहायक पौध संरक्षण अधिकारी (एपीपीओ) डॉ. सतीश कुमार अरोड़ा ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि घिलौर गांव में एक किसान पराली जला रहा है।
उन्होंने बताया कि जब डिप्टी कमिश्नर कैप्टन मनोज कुमार द्वारा पराली जलाने से रोकने के लिए गठित गांव स्तरीय कमेटी मौके पर गई तो पाया कि 1.25 एकड़ जमीन पर धान के अवशेष जलाए जा रहे थे। उन्होंने बताया कि रणबीर सिंह के खिलाफ कल मामला दर्ज किया गया है। कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, यमुनानगर को हरियाणा अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के माध्यम से अब तक सक्रिय आग के नौ मामले मिले हैं।
उन्होंने बताया कि सक्रिय आग वाले स्थानों की जानकारी मिलने के बाद उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार द्वारा गठित जिला स्तरीय कमेटी के सदस्यों ने सभी नौ स्थानों का निरीक्षण किया। कमेटी के सदस्यों ने आग की घटनाओं की जांच की और सभी घटनाएं धान की फसल के अवशेष जलाने की पाई गईं। उन्होंने बताया कि सभी नौ किसानों पर 2500-2500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जानकारी के अनुसार, कृषि विभाग को पिछले साल धान के सीजन के दौरान यमुनानगर जिले में हरसैक व अन्य स्रोतों के माध्यम से सक्रिय आग के कुल 110 मामले मिले थे। मौके पर जांच के दौरान टीम को फसल अवशेष जलाने के 58 मामले मिले।
विभाग ने सभी 58 किसानों पर 2500-2500 रुपए का जुर्माना लगाया है। किसानों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है।
कृषि विभाग यमुनानगर के सहायक पौध संरक्षण अधिकारी डॉ. सतीश कुमार अरोड़ा ने बताया कि पराली जलाने से रोकने के लिए उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार द्वारा गठित ग्राम स्तरीय कमेटी ने मौके पर जाकर देखा तो पाया कि 1.25 एकड़ भूमि पर धान की पराली जलाई जा रही थी। इस संबंध में शनिवार को किसान रणबीर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
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