एक व्यक्ति ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी), यमुनानगर के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी और जिला सूचना प्रौद्योगिकी सोसायटी (डीआईटीएस), यमुनानगर के एक लेखाकार के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया।
संदिग्ध की पहचान यमुनानगर के कैंप क्षेत्र के लक्ष्मी नगर निवासी अरुण के रूप में हुई है। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार के निर्देश पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी (डीआईओ) विनय गुलाटी ने अरुण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई।
शिकायतकर्ता विनय गुलाटी ने पुलिस को बताया कि 13 नवंबर 2024 की रात करीब साढ़े दस बजे अरुण डीआईटीएस यमुनानगर के अकाउंटेंट के कार्यालय में आया। उन्होंने बताया कि उन्होंने 8 नवंबर को लेखाकार कार्यालय में शपथ पत्र प्रस्तुत किया था।
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अकाउंटेंट से हलफनामा वापस करने को कहा, लेकिन अकाउंटेंट ने हलफनामा यह कहते हुए वापस नहीं किया कि यह अब एक सरकारी दस्तावेज है और इसे वापस नहीं किया जा सकता। शिकायतकर्ता ने कहा कि कुछ समय बाद अकाउंटेंट और अरुण उनके कार्यालय में आए।
डीआईओ विनय गुलाटी ने पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया, “मेरी टेबल पर एक फाइल रखी हुई थी और उसी फाइल के अंदर हलफनामा रखा हुआ था। अरुण ने फाइल देखने के बहाने हलफनामा निकाला और उसे फाड़ दिया।”
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि अरुण ने उनके और डीआईटीएस के अकाउंटेंट के साथ दुर्व्यवहार किया। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, अरुण द्वारा डीआईटीएस कार्यालय में प्रस्तुत किया गया हलफनामा कथित तौर पर नौकरी से संबंधित था।