रांची, 27 नवंबर। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठने लगे हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज कुमार पांडेय ने ईवीएम के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है।
मनोज कुमार पांडेय ने बुधवार को आईएएनएस से कहा कि ईवीएम का मुद्दा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी उठाया था। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। शीर्ष अदालत के फैसले का हम सम्मान करते हैं। लेकिन, खासकर उन क्षेत्रों में जहां सरकारी मशीनरी का नियंत्रण है, चुनावी धोखाधड़ी होने के आरोप लगते हैं और चुनाव आयोग चुप रहता है। ऐसे में संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है।
उन्होंने कहा, “तथ्य के आधार पर ईवीएम पर बात हो रही है। कोई हवा में बात नहीं की जा रही है। मतगणना के चार दिनों के बाद वोट प्रतिशत बढ़ जाता है। ईवीएम पर लगातार सवाल उठ रहे हैं और मैं समझता हूं कि केंद्र सरकार तुरंत एक सर्वदलीय बैठक बुलाए। एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित करे, जिसमें विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाए। इसके बाद जांच होनी चाहिए और जांच की रिपोर्ट सदन में पेश की जाए।”
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने चाहिए।
ईवीएम को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें चुनावी परिणामों में गड़बड़ी का आरोप ईवीएम पर लगाते हुए बैलेट पेपर से वोटिंग की मांग की गई थी। शीर्ष अदालत ने कहा था कि वही दल जब चुनाव जीतता है तो ईवीएम सही होती है और जब हारता है तो उसे दोषपूर्ण बताता है।