तीन साल से अधिक समय से किराया न मिलने से परेशान होकर धरवाला में उप-तहसील कार्यालय के किराए के परिसर के मकान मालिक ने सोमवार सुबह कार्यालय पर ताला लगा दिया। जब तहसीलदार और कार्यालय के कर्मचारी काम पर पहुंचे, तो उन्होंने परिसर को बाहर से बंद पाया, जिससे पूरे दिन प्रशासनिक कार्य ठप हो गया।
मकान मालिक के अनुसार पिछले तीन साल और तीन महीने से करीब 2.7 लाख रुपये का किराया बकाया है। इस मुद्दे पर अधिकारियों और कर्मचारियों से बार-बार याद दिलाने और चर्चा करने के बावजूद कोई भुगतान नहीं किया गया, जिसके चलते उन्हें परिसर में ताला लगाने का कदम उठाना पड़ा।
तहसीलदार रूप सिंह नेगी ने घटना की पुष्टि की और कहा कि उच्च अधिकारियों और मकान मालिक के साथ चर्चा की गई है। प्रशासन ने मकान मालिक को आश्वासन दिया कि बकाया किराए का 50% एक या दो दिन में चुका दिया जाएगा और बाकी राशि अगले महीने की पहली तारीख तक चुका दी जाएगी। इस आश्वासन के बाद मकान मालिक ने कार्यालय को फिर से खोल दिया, जिससे कर्मचारियों को काम पर लौटने की अनुमति मिल गई।
दिन भर कार्यालय बंद रहने के कारण पुनलिक को असुविधा का सामना करना पड़ा। राजस्व संबंधी कार्यों के लिए आए कई लोगों को या तो बाहर इंतजार करना पड़ा या फिर बिना काम कराए ही लौटना पड़ा।
धरवाला उप-तहसील 2012 में अपनी स्थापना के बाद से ही किराए के भवन में चल रही है। हालाँकि सरकार ने 2011 में उप-तहसील की स्थापना की घोषणा की थी और इसके स्थायी भवन के लिए भूमि का चयन किया था, लेकिन बाद में इस जगह को असुरक्षित माना गया। तब से, कार्यालय के लिए एक नए सरकारी भवन के निर्माण में कोई प्रगति नहीं हुई है।
इस घटना ने एक बार फिर निजी भवनों से आवश्यक सरकारी सेवाओं के संचालन की चुनौतियों तथा समय पर किराया भुगतान और स्थायी बुनियादी ढांचे की आवश्यकता को उजागर किया है।
पिछले वर्ष एक मामला प्रकाश में आया था जिसमें सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक उस निजी भवन का किराया दे रहे थे जहां स्कूल चल रहा था।
Leave feedback about this