यूटी इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने हाल ही में यूटी सलाहकार राजीव वर्मा के साथ इस परियोजना पर चर्चा की थी।
यूटी के मुख्य अभियंता सीबी ओझा ने कहा कि प्रशासन नई आवासीय योजना के लिए उपयुक्त स्थल की पहचान करने की प्रक्रिया में है, संभावित स्थान सेक्टर 43, 46 या 50 हो सकते हैं। एक महीने के भीतर अंतिम निर्णय होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि मुख्य मांग टाइप-2 (दो बेडरूम) और टाइप-3 (तीन बेडरूम) घरों की है।
ओझा ने यह भी बताया कि 124 सरकारी मकानों को गिराया जाएगा, जिनकी हालत बहुत खराब है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार करीब 600 मकान बनाए जाएंगे।
नए दो बेडरूम वाले घरों में एक ड्राइंग रूम, एक संलग्न शौचालय, बाथरूम और डाइनिंग हॉल तथा दो गैलरी होंगी। तीन बेडरूम वाले घरों में प्रत्येक कमरे में एक ड्राइंग रूम, एक डाइनिंग हॉल और संलग्न बाथरूम शामिल होंगे।
सूत्रों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश सेक्टर 43 में 33 एकड़ जमीन का उपयोग आवास परियोजना के लिए करने पर विचार कर रहा है, जहां ‘अपनी मंडी’ आयोजित की जाती है।