चंडीगढ़ : यात्रियों की सुविधा के लिए आज यूटी प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने 40 इंट्रा सिटी इलेक्ट्रिक बसों और 20 लंबे रूट की एचवीएसी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 20 एचवीएसी बसों को सेक्टर 43 और 17 में इंटर-स्टेट बस टर्मिनस (आईएसबीटी) से पठानकोट, बटाला, फतेहाबाद, अमृतसर, अबोहर, कटरा, मनाली, लुधियाना, शिमला, जयपुर, झज्जर और हरिद्वार तक चलाने का प्रस्ताव है।
नई एचवीएसी बसें नवीनतम बीएस-VI उत्सर्जन मानकों के अनुरूप इलेक्ट्रॉनिक रूप से नियंत्रित डीजल इंजन से लैस हैं।
40 इलेक्ट्रिक बसों के लिए, फरवरी में मेसर्स वोल्वो आयशर के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। पांच बसों की पहली खेप को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 30 जुलाई को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था और इसे वाणिज्यिक परिचालन पर रखा गया था।
आज हरी झंडी दिखाने वाली 40 बसों की दूसरी खेप न्यू मलोया कॉलोनी से राम दरबार और मणि माजरा, आईएसबीटी-43 से मणि माजरा और बहलाना, मलोया से मनसा देवी तक के मार्गों को कवर करेगी। भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के तहत भारी उद्योग विभाग ने फेज- II फेम इंडिया योजना के तहत यूटी के लिए 80 इलेक्ट्रिक बसों को मंजूरी दी थी। 40 बसों की पहली खेप नवंबर 2021 से चल रही है, जबकि 40 की दूसरी खेप को आज हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। समारोह में यूटी सलाहकार धर्म पाल, गृह सचिव नितिन कुमार यादव, डीजीपी प्रवीर रंजन और परिवहन निदेशक प्रद्युम्न सिंह भी मौजूद थे।