February 22, 2025
Punjab

चंडीगढ़ ग्रेनेड विस्फोट मामला: एनआईए ने पंजाब, यूपी और उत्तराखंड में 16 स्थानों पर छापे मारे

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को पिछले साल के चंडीगढ़ ग्रेनेड विस्फोट मामले में पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 16 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) समर्थित पाकिस्तान स्थित आतंकवादी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के हरविंदर सिंह और अमेरिका स्थित हरप्रीत सिंह शामिल हैं।

छापेमारी में पंजाब में 14 स्थानों के अलावा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एक-एक स्थान शामिल है। इस अभियान का उद्देश्य महत्वपूर्ण साक्ष्यों को उजागर करना और घटना से जुड़े व्यक्तियों का पता लगाना है। पिछले साल सितंबर में चंडीगढ़ में हुए ग्रेनेड विस्फोट ने सुरक्षा संबंधी चिंताएँ बढ़ा दी थीं, जिसके बाद एनआईए ने गहन जाँच शुरू की थी।

यह घटनाक्रम पंजाब पुलिस द्वारा 13 सितंबर, 2024 को कहा गया कि उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों के साथ संयुक्त अभियान में एक व्यक्ति को गिरफ्तार करके चंडीगढ़ ग्रेनेड विस्फोट मामले का खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया कि इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) समर्थित पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ ​​रिंदा और अमेरिका स्थित हरप्रीत सिंह उर्फ ​​हैप्पी पासिया ने इस ऑपरेशन की साजिश रची।

पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने तब बताया था कि राज्य पुलिस ने अमृतसर के पासिया गांव निवासी रोहन मसीह नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार, जांच से पता चला है कि हैप्पी पासिया ने पंजाब में अपने स्थानीय सहयोगियों के माध्यम से आरोपियों को विस्फोटक, हथियार और रसद सहायता उपलब्ध कराई थी और उनके लिए कुछ वित्तीय सहायता की भी व्यवस्था की थी।

उन्होंने बताया कि अपराध करने के बाद दोनों अमृतसर आ गए और बाद में अलग हो गए। उन्होंने बताया कि विशाल पहले जम्मू-कश्मीर गया और फिर दिल्ली चला गया, जहां पुलिस टीमों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

11 सितंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में एक घर पर हैंड ग्रेनेड फेंका गया था। बाद में चंडीगढ़ पुलिस ने घटना की जांच की और पाया कि दो व्यक्ति ऑटो-रिक्शा पर आए और उनमें से एक ने घर पर हैंड ग्रेनेड फेंका। यह घर हिमाचल प्रदेश के एक संस्थान के सेवानिवृत्त प्रिंसिपल केके मल्होत्रा ​​का है। (एएनआई)

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