यूटी पुलिस के साइबर अपराध प्रकोष्ठ ने शहर के एक निवासी से ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी में 56.26 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में राजस्थान से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस घोटाले में “आईबीकेआर (इंटरएक्टिव ब्रोकर)” नामक एक नकली स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म शामिल था।
सेक्टर 35 के निवासी अशोक कुमार ने बताया कि जालसाज ने उन्हें कई बैंक खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर करने का लालच दिया और उन्हें उच्च रिटर्न का वादा किया। लेन-देन पूरा होने के बाद जालसाजों ने उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप समेत सभी संचार प्लेटफॉर्म से ब्लॉक कर दिया।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान जयपुर, राजस्थान के निवासी मुकेश कुमार गुजर के रूप में की गई है; जयपुर के रामजी लाल मीना, विजय कुमार योगी, आदित्य कुमार जैन और तनिष्क मरमट उर्फ हनी को सवाई माधोपुर से पकड़ा गया।
जांचकर्ताओं ने खुलासा किया कि यह समूह एक अखिल भारतीय साइबर अपराध गिरोह का हिस्सा था, जिसके संबंध न केवल राजस्थान और गुजरात के अपराधियों से थे, बल्कि दुबई से भी थे। उनके एक सहयोगी रूपेश शर्मा को पहले गुजरात के राजकोट साइबर अपराध पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
सवाई माधोपुर निवासी साहिल और गोकुल सहित उनके साथी फरार हैं।
आरोपियों से बरामद मोबाइल फोन की अतिरिक्त साक्ष्य के लिए जांच की जा रही है।
पुलिस ने निवासियों को अवांछित संदेशों या आकर्षक रिटर्न का वादा करने वाले लिंक के झांसे में न आने की चेतावनी दी है, तथा उन्हें आधिकारिक सेबी या सरकारी चैनलों के माध्यम से ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की प्रामाणिकता सत्यापित करने की सलाह दी है।