पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा आज जारी स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024 रिपोर्ट में शहर की वायु गुणवत्ता रैंकिंग में गिरावट का खुलासा हुआ है।
पिछले साल की तुलना में इस शहर की रैंकिंग में नौ पायदान की गिरावट आई है और अब यह 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में 31वें स्थान पर है। 2023 में यह इसी श्रेणी में 22वें स्थान पर होगा।
“गैर-प्राप्ति शहरों में वायु प्रदूषण का विनियमन” पहल के तहत चंडीगढ़ से कुल 178 अंक जमा किए गए थे। हालांकि, इस साल शहर का अंतिम स्कोर 156 रहा, जो पिछले साल से 22 अंक कम है, जिससे रैंकिंग में नौ अंकों की गिरावट आई है।
सर्वेक्षण में गुजरात के सूरत को पहला स्थान मिला है, जबकि मध्य प्रदेश के जबलपुर को दूसरा और आगरा को तीसरा स्थान मिला है। इन शीर्ष तीन शहरों को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्वच्छ वायु शहर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सूरत को उनकी उपलब्धियों के लिए 1.5 करोड़ रुपये, जबलपुर को 1 करोड़ रुपये और आगरा को 50 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा।
केंद्र द्वारा आयोजित स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024 में आठ प्रमुख मापदंडों के आधार पर शहरों का मूल्यांकन किया जाता है, जिनमें बायोमास और नगरपालिका ठोस अपशिष्ट जलाना, सड़क की धूल, निर्माण और विध्वंस गतिविधियों से उत्सर्जन, वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक उत्सर्जन, अन्य प्रदूषण स्रोत, सार्वजनिक जागरूकता पहल और कण पदार्थ (पीएम 10) के स्तर को कम करने में प्रगति शामिल हैं।