चंडीगढ़ : शहर आज लगातार दूसरे दिन धुंध की चादर में घिरा रहा, हवा की गुणवत्ता चिंताजनक स्तर तक गिर गई, जिससे निवासियों, विशेष रूप से वृद्धों, बच्चों और रोगियों को असुविधा हुई।
शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 247 (खराब) दर्ज किया गया, जो सोमवार को दर्ज किए गए 157 (मध्यम) से बिगड़ गया। साथ ही पीएम-10 का स्तर 365 (बहुत खराब) और पीएम 2.5 235 (खराब) रहा।
एक्यूआई में वृद्धि से लोगों को लंबे समय तक सांस लेने में तकलीफ होती है। 201 से 300 के बीच एक्यूआई को ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।
शहर की हवा में फाइन पार्टिकुलेट मैटर (पीएम 2.5) के स्तर का बढ़ना चिंता का विषय है, क्योंकि यह लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। पीएम 2.5 हवा में छोटे कण होते हैं जो दृश्यता को कम कर देते हैं और जब स्तर ऊंचा हो जाता है तो हवा धुंधली दिखाई देती है। पीएम 10 हवा में मौजूद कोई विशेष पदार्थ है जिसका व्यास 10 माइक्रोमीटर (माइक्रोन) या उससे कम है, जिसमें धुआं, धूल, कालिख, लवण, एसिड और धातु शामिल हैं।