लखनऊ, 25 नवंबर । उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने संभल हिंसा की निंदा करते हुए मांग की कि इसमें शामिल उपद्रवियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि फिर कोई इस तरह की करतूत करने की हिम्मत न जुटा सके।
उन्होंने कहा कि इस बीच सदन में हमने सबसे पहले संभल हिंसा के मामले को उठाया। लेकिन, सदन को स्थगित कर दिया। इस पर चर्चा नहीं की गई। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार इस बात को सुनना नहीं चाहती है। चार लोगों की जान गई है। हम प्रदेश में इस तरह की हिंसा को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “पुलिस की गोली से लोगों की जान गई है। सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए। इस तरह की हिंसा में निर्दोष लोगों की जान जाना निंदनीय है।”
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अब गोली से देश चलेगा। मेरा सीधा सवाल है कि क्या गोली चलाकर लोगों की आवाज बंद की जा सकती है। जब वर्शिप एक्ट के मुताबिक, जो धार्मिक स्थल जिस अवस्था में हैं, उसी अवस्था में रहने की बात कही गई है, तो उसके साथ छेड़छाड़ कर देश का माहौल खराब करने की कोशिश क्यों की जा रही है। मुझे लगता है कि सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। देश में संविधान के मर्यादा के अंतर्गत सभी काम होने चाहिए। गोली से कोई भी काम नहीं होना चाहिए। अगर आप गोली के दम पर देश को चलाने की कोशिश करेंगे, तो इससे स्थिति बिगड़ेगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई। सर्वे की टीम जब मस्जिद के अंदर दाखिल हुई, तो मुस्लिम पक्ष के लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान, मुस्लिम पक्ष के लोग उग्र हो गए और सर्वे टीम पर पथराव करने लगे। मुस्लिम पक्ष के तीन युवकों की हिंसा की जद में आकर मौत हो गई। इस हिंसा पर जमकर राजनीतिक बयानबाजी चल रही है।
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