अक्षय कुमार अभिनीत विवादों में घिरी फिल्म ‘केसरी चैप्टर-2’ के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने पर तृणमूल कांग्रेस नेता ने गुरुवार को निशाना साधा। उन्होंने बंगाली नायकों के नाम बदलने को लेकर फिल्म के खिलाफ कानूनी कदम उठाने की बात कही।
कुणाल घोष ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “यह पहली बार नहीं है कि बंगाल को बदनाम करने की साजिश हुई है, केंद्र की भाजपा सरकार ने कई बार बंगाल और बंगालियों की पहचान को विभिन्न तरीकों से कमजोर करने की कोशिश की है। इस बार तो हद ही हो गई। अक्षय कुमार, आर. माधवन, विक्की कौशल और अनन्या पांडे अभिनीत फिल्म में बंगाली स्वतंत्रता सेनानियों के नामों को विकृत किया गया है। मिदनापुर की धरती के सपूत शहीद खुदीराम बोस का नाम बदलकर खुदीराम सिंह कर दिया गया है। क्रांतिकारी बरिंद्र कुमार घोष का नाम बदलकर ‘बरिन कुमार’ कर दिया गया है। हेमचंद्र कानूनगो, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह के लिए उन्हें बम बनाना सिखाया था, उनकी जगह कृपाल सिंह नामक किरदार लाया गया है।”
तृणमूल नेता ने करण सिंह त्यागी की फिल्म ‘केसरी चैप्टर-2’ में बंगाली स्वतंत्रता सेनानियों के नाम को बदलने को लेकर कानूनी कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा, “यह बंगाली भावना है, खुदीराम बोस का हम उनका सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें खुदीराम सिंह बना दिया गया है। उन्होंने बरिंद्र घोष को बरिन कुमार बना दिया है। कुछ लोग कानूनी कदम उठाने की बात कर रहे हैं, यह सामान्य बात है।”
भाजपा द्वारा शुक्रवार को बंगाली दिवस मनाने पर तृणमूल नेता ने कहा, “बीजेपी जिसे बांग्ला दिवस कहती है, वह पूरी तरह से निराधार है। जिसे हम बांग्ला दिवस कहते हैं, वह बंगाली कैलेंडर के पहले महीने का पहला दिन वैशाख है, वह बांग्ला दिवस है। बीजेपी जो करने जा रही है, ममता बनर्जी ने उसका विश्लेषण करते हुए कहा है कि वह पूरी तरह से निराधार है।”
भाजपा नेता अमित मालवीय के हालिया पोस्ट को लेकर उन्होंने कहा, “अगर वह हिंदू हैं तो पहले आप (अमित मालवीय) मंदिर आकर देखें, अगर नहीं आना है तो दिलीप घोष से पूछ लें। दिलीप घोष बीजेपी के नेता हैं और वह भी। दिलीप घोष ने दीघा में जगन्नाथ मंदिर जाकर मत्था टेका, आप तृणमूल के खिलाफ बोलकर जगन्नाथ देव का अपमान कर रहे हैं।”
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