पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन (पीसीए) ने भारत में वैध लाइसेंस के बिना ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाओं की बिक्री की अनुमति देने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
केंद्र के प्रस्ताव के अनुसार, किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के नुस्खे की आवश्यकता के बिना किसी भी व्यक्ति द्वारा ओवर-द-काउंटर दवाएं सीधे मरीज को बेची जा सकती हैं।
पीसीए अध्यक्ष सुरिंदर दुग्गल ने कहा कि इस तरह का कदम मौजूदा दवा कानूनों, फार्मेसी नियमों और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों सहित प्रासंगिक कानूनी ढांचे का उल्लंघन होगा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि उचित नियमों के बिना ओवर-द-काउंटर दवाओं की अनुमति देने से खतरनाक स्व-दवा और नशीली दवाओं के दुरुपयोग, दवा प्रतिक्रियाओं का खतरा बढ़ जाता है, नकली दवाओं का प्रसार, दवा भंडारण के मानकों से समझौता और अपर्याप्त फार्माकोविजिलेंस उपाय जैसे गंभीर खतरे पैदा होते हैं।
दुग्गल ने कहा कि ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स जैसे निकायों ने भी भारत के स्वास्थ्य मंत्री, प्रधान स्वास्थ्य सचिव, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया, स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक और अन्य सक्षम अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपकर प्रस्ताव को रद्द करने की मांग की है।
दुग्गल ने कहा कि सरकार को प्रस्ताव के बहुमुखी निहितार्थों पर विचार करना चाहिए और इस बात पर जोर दिया कि सामान्य और किराने की दुकानों में दवा की अनियमित उपलब्धता समाज के सर्वोत्तम हित में नहीं है।