भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई और डीएमके के कोषाध्यक्ष टीआर बालू सोमवार को सैदापेट अदालत में पेश हुए। यह पेशी टीआर बालू द्वारा अन्नामलाई के खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमे से जुड़ी है। सुनवाई मजिस्ट्रेट सेंथिल कुमार की देखरेख में हुई ।
यह मामला तब शुरू हुआ, जब अन्नामलाई ने ‘डीएमके फाइल्स’ जारी की थी। इन फाइल्स में टीआर बालू और अन्य डीएमके नेताओं की संपत्तियों का विवरण दिया गया था। के. अन्नामलाई ने दावा किया था कि टीआर बालू के पास 21 कंपनियां हैं, लेकिन बालू ने इसे झूठा और अपमानजनक बताया। टीआर बालू ने अन्नामलाई के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करा दिया।
पिछली सुनवाई में टीआर बालू अदालत में पेश होकर करीब डेढ़ घंटे तक गवाही दे चुके हैं। इस दौरान अन्नामलाई के वकील पॉल कनगराज ने उनसे सवाल-जवाब किए थे। सोमवार की सुनवाई में अन्नामलाई का पक्ष मजबूत करने के लिए उनके वकील ने फिर टीआर बालू से जिरह की। अदालत की कार्यवाही में दोनों नेता मौजूद रहे।
इस केस ने तमिलनाडु की राजनीति में हलचल मचा दी है। भाजपा का कहना है कि “डीएमके फाइल्स” के जरिए उन्होंने भ्रष्टाचार उजागर किया, जबकि डीएमके इसे साजिश करार दे रही है।
टीआर बालू ने कहा कि के. अन्नामलाई के दावों से उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है और वे कानूनी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे। दूसरी ओर, अन्नामलाई ने दावा किया कि उनके पास सारी जानकारी सही है और वे अपने आरोपों को साबित करेंगे।
सुनवाई के दौरान अदालत में सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी, क्योंकि दोनों पक्षों के समर्थक बाहर जमा थे। फैसला अभी लंबित है और अभी तमिलनाडु की राजनीति में इसे लेकर खूब चर्चा हो रही है।
टीआर बालू वर्तमान में श्रीपेरंबदूर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं। 1996 से लेकर अब तक चेन्नई दक्षिण और श्रीपेरंबदूर से सात बार चुने गए हैं ।
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