उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के मायलापुर इलाके में स्थित पुराने आवास पर बम की अफवाह से सनसनी फैल गई। इस्टेट पुलिस स्टेशन को धमकी भरा ईमेल मिला।
जांच में पता चला कि उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने करीब एक साल पहले मायलापुर का घर खाली कर दिया था और अब वे पोएस गार्डन में एक किराए के अपार्टमेंट में रह रहे हैं। धमकी भरे ईमेल के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई।
उन्होंने खोजी कुत्तों और बम विशेषज्ञों की टीम के साथ पोएस गार्डन स्थित अपार्टमेंट का निरीक्षण करने का प्रयास किया, लेकिन वहां का मकान बंद मिला। इसके कारण पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ईमेल की सत्यता जांचने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। उन्होंने संदिग्ध ईमेल के स्रोत का पता लगाने के लिए साइबर सेल को भी अलर्ट कर दिया है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि धमकी असली है या कोई मजाक। पुलिस ने मायलापुर स्थित पुराने आवास की भी जांच की, लेकिन वहां भी कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पोएस गार्डन और मायलापुर इलाके में पुलिस की गश्त तेज कर दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। अधिकारियों ने बताया कि वे ईमेल भेजने वाले की पहचान करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
उपराष्ट्रपति के कार्यालय ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार उनकी सुरक्षा में कोई बदलाव नहीं किया गया है, क्योंकि धमकी उनके वर्तमान निवास से संबंधित नहीं थी।
पिछले कुछ समय में चेन्नई में स्कूलों, मीडिया दफ्तरों, आईटी कंपनियों और अन्य संस्थानों को बम की धमकी मिल चुकी है। टीवीके पार्टी के प्रमुख और एक्टर विजय को धमकीभरे दो ईमेल मिलने के बाद उनकी सुरक्षा कड़ी कर दी गई। होटल के एक कर्मचारी को धमकी भरा ईमेल भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
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