भिलाई, 31 अगस्त । छत्तीसगढ़ के भिलाई में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना की खबर सामने आई है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को इस मामले को लेकर प्रशासन, भाजपा सरकार और व्यवस्था पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के मामलों को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना संज्ञान में आने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। संवेदनशीलता तो दूर लोगों को डराने और धमकाने की कोशिश की जा रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
भूपेश बघेल ने एसपी पर मामले को दबाने और का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम के तहत पहले एफआईआर दर्ज होनी चाहिए, उसके बाद जांच होनी चाहिए। जबकि, इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
भूपेश बघेल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, भिलाई डीपीएस स्कूल में 4 साल की नाबालिग लड़की के साथ दुराचार। एसपी ने कह दिया कि जांच हो गई और मामला दबा दिया गया। पॉक्सो के अंतर्गत सबसे पहले एफआईआर दर्ज करनी होती है। फिर जांच होती है, एफआईआर दर्ज नहीं हुई। मेडिकल रिपोर्ट में प्राइवेट पार्ट में जख्म की पुष्टि है। मामला सरकार की जानकारी में है, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि लेन-देन के कारण भिलाई स्टील प्रबंधन, प्रिंसिपल और एसपी को बचाने की कोशिश की जा रही है। मेडिकल रिपोर्ट में बच्ची के प्राइवेट पार्ट में चोट की पुष्टि हुई है। सरकार को स्थिति के बारे में जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह एसपी पर दबाव का संकेत है।
भूपेश बघेल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ”डीपीएस भिलाई, में चार साल की मासूम से हुए दुर्व्यवहार के मामले को लेकर आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, राजीव भवन, रायपुर में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।”
”शासन-प्रशासन इस मामले को दबाने की चाहे जितनी कोशिश कर ले, मासूम बिटिया को हम न्याय दिला कर रहेंगे। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता रविंद्र चौबे, धनेन्द्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, डॉ शिव डहरिया सहित अन्य कांग्रेस नेता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।”
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