नई दिल्ली, 16 अक्टूबर। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही एग्जिट पोल के बारे में मीडिया के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि मीडिया के लिए इस मुद्दे पर स्व-नियमन का समय आ गया है।
राजीव कुमार ने कहा, “अब एग्जिट पोल पर मुझे विस्तार से बात करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। एग्जिट पोल की वजह से एक उम्मीद पैदा हो रही है। यह हमारे लिए आत्मचिंतन का विषय है, खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए। पिछले कुछ चुनावों में, कई चीजें एक साथ हो रही हैं, और इन्हें समझना आवश्यक है।”
उन्होंने कहा कि स्थापित कानूनी और न्यायिक प्रणाली में “हम एग्जिट पोल्स को नियंत्रित नहीं कर सकते”। लेकिन, हमें यह आत्मचिंतन करना होगा कि उनके सर्वे का सैंपल साइज क्या था? सर्वे कहां हुआ? परिणाम कैसे आए?
उन्होंने कहा, “इस क्षेत्र में कुछ स्वायत्त निकाय हैं, जैसे एनबीएसए, जो इस प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं। मुझे विश्वास है कि अब समय आ गया है कि ये संस्थाएं और निकाय स्व-नियमन का पालन करें।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, एक अन्य महत्वपूर्ण विषय यह है कि मतदान के समाप्त होने के लगभग तीसरे दिन परिणामों की गिनती होती है। उस दिन शाम को छह बजे से एक उम्मीद होती है, जिससे सभी को लगता है कि परिणाम कुछ निश्चित दिशा में जाएंगे। लेकिन इसमें कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता है और इसका सार्वजनिक डिस्प्ले भी नहीं होता। इसलिए, हमें इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि जानकारी को सही तरीके से प्रस्तुत किया जाए।”
चुनाव आयोग ने मंगलवार को झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही 15 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उप-चुनावों और दो लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों के कार्यक्रमों की भी घोषणा की गई है। उपचुनाव वाली लोकसभा सीटों में केरल की वायनाड और महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट शामिल है।
लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों से जीत का परचम लहराया था। नियमों के मुताबिक, उन्हें एक सीट पर से इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने इस्तीफे के लिए वायनाड का चयन किया और रायबरेली से सांसद बने रहने का फैसला किया। रायबरेली उनकी मां सोनिया गांधी की परंपरागत सीट है।