मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को शासकीय आवास पर ‘ड्रग्स फ्री उत्तराखंड’ के संकल्प को साकार करने के लिए पुलिस और उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेशभर में ड्रग पैडलर्स और माफियाओं पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों से एंटी-नारकोटिक टास्क फोर्स को मजबूत करने, प्रदेशभर में रात में चेकिंग बढ़ाने, सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता और सख्त जांच सुनिश्चित करने को भी कहा है।
मुख्यमंत्री आवास में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगोली, अपर पुलिस महानिदेशक वी मुरुगेशन, एपी अंशुमान, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते और अपर सचिव बंशीधर तिवारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में “1933” ड्रग्स फ्री हेल्पलाइन नंबर के व्यापक प्रचार-प्रसार को लेकर भी अधिकारियों को निर्देशित किया, जिससे अधिक से अधिक लोग इस पहल से जुड़ सकें और त्वरित शिकायत दर्ज करा सकें। सीएम धामी ने प्रदेश में व्यापक जन-जागरूकता और ड्रग्स अवेयरनेस कार्यक्रमों को अधिक सशक्त व प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही, बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश को ड्रग्स मुक्त बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों की (स्वास्थ्य, शिक्षा, पुलिस, समाज कल्याण व युवा कल्याण) संयुक्त कार्यशाला आयोजित की जाए। उन्होंने नशा मुक्ति केंद्रों की संख्या बढ़ाकर उन्हें आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से कहा कि राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि बाहरी राज्यों से ड्रग्स की सप्लाई राज्य में न हो पाए। ड्रग्स की तस्करी में संलिप्त पाए जाने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर युवाओं को नशे से दूर रखने के प्रयास किए जाएं।