उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोवर्धन पूजा के पवित्र अवसर पर गौ माता का पूजन किया और उनकी सेवा की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह पर्व भक्ति, प्रकृति संरक्षण और पशुधन के सम्मान का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की और सभी को गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री धामी के मुताबिक, गोवर्धन पूजा हमें भगवान श्रीकृष्ण के संदेश को याद दिलाती है। श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर प्रकृति की रक्षा का महत्व बताया था।
मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट भी किया है। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा, “सुरपति जब ब्रज चढ़यो रिसाई, मसूर धार वारि वर्षाई॥ लगत-लगत ब्रज चहन बहायो, गोवर्धन नखधारि बचायो॥”
उन्होंने आगे कहा, “भक्ति, प्रकृति संरक्षण एवं पशुधन को समर्पित पावन पर्व गोवर्धन पूजा के अवसर पर गौ माता का पूजन कर उनकी सेवा की। भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत के पूजन एवं धारण लीला के माध्यम से यह पावन संदेश दिया कि प्रकृति की रक्षा ही वास्तविक भक्ति है। प्रभु श्री कृष्ण से प्रार्थना है कि यह पावन पर्व आप सभी के जीवन में सुख, शान्ति एवं समृद्धि लेकर आए।”
इसके अलावा, उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर गाय की सेवा करते हुए कुछ तस्वीरें भी साझा की। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कैसे वे गाय की सेवा करते हुए नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने गौशाला में गायों को हरा चारा खिलाया और उनकी देखभाल की। उन्होंने गौशालाओं के रखरखाव और पशुधन के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
बता दें कि गोवर्धन पूजा के दिन लोग अपने घरों में गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाकर पूजा करते हैं और अन्नकूट का प्रसाद बांटते हैं। यह पर्व प्रकृति और पशुधन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। इस मौके पर कई स्थानीय लोग और अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने सभी से मिलकर उनकी शुभकामनाएं स्वीकारी और प्रदेश की खुशहाली के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया।
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