पटना में 2 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गैरहाजिरी पर राजद नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि एनडीए नीतीश कुमार को अगला मुख्यमंत्री बनाने वाला नहीं है, इसीलिए वे पीएम मोदी के रोड शो में नहीं थे। इस पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने स्थिति स्पष्ट की।
चिराग पासवान ने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यह एनडीए की सोची-समझी रणनीति है। चुनाव में समय कम है और हम जिम्मेदारियां बांटकर एक-दूसरे के प्रति प्रचार कर रहे हैं। राजद नेताओं के सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये लोग समझ नहीं पाते। नीतीश कुमार अलग जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले दीपावली और फिर छठ पर्व आया। छठ पूजा में चार दिन न के बराबर प्रचार हुआ और प्रकृति ने भी इन दिनों साथ नहीं दिया। भारी बारिश और मौसम खराब होने के कारण दो दिन बर्बाद हो गए। हमें जितना समय मिला है, उसमें हम जनता के बीच जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोड से चुनावी सभाओं में पहुंच रहे हैं। चिराग ने पूछा कि महागठबंधन के लोग बताएं कि उनके कौन से नेता रोड से गए। तेजस्वी यादव भी बताएं।
उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि एनडीए में शामिल सभी दल एक मंच पर हों। हम सभी ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी बांटी है। सोची-समझी रणनीति के तहत एनडीए काम कर रही है। हम लोगों ने चुनाव प्रचार के लिए तय किया था कि बिहार की पहली सभा में एक साथ एक मंच पर आएंगे। चुनावी अभियान के आखिरी फेज में सभी दल फिर एक साथ एक मंच पर आएंगे। इससे किसी को क्या परेशानी हो सकती है?
पीएम मोदी के बिहार दौरे को लेकर राजद नेताओं के बयान पर उन्होंने कहा कि राजद के लोग हार से इतने निराश हो गए हैं कि पीएम मोदी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। पीएम मोदी का बार-बार बिहार आना हमारे लिए गर्व की बात है। तेजस्वी यादव और उनके नेताओं को खुश होना चाहिए। महागठबंधन के लोग बताएं कि इससे पहले बिहार और यहां के लोगों के लिए कौन सा पीएम बार-बार आता था। पीएम मोदी ही बार-बार बिहार के लोगों के लिए आ रहे हैं, उन्हें खुश होना चाहिए।
चिराग पासवान ने कहा कि राजनीति करने के चक्कर में तेजस्वी यादव बिहार के लोगों की भावनाओं को भूल गए हैं।


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