झारखंड के रामगढ़ जिला अंतर्गत चितरपुर कस्बे में ‘लव जिहाद’ की कथित घटना को लेकर स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा है। गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के आह्वान पर मंगलवार को चितरपुर कस्बा स्वतःस्फूर्त बंद रहा।
सांसद और उनके सैकड़ों समर्थक सड़क पर उतर आए और रामगढ़-बोकारो मार्ग को करीब तीन घंटे तक जाम किए रखा। बाद में रामगढ़ के उपायुक्त और एसपी की अपील पर जाम हटा लिया गया, लेकिन कस्बे की तमाम दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। चितरपुर के सोनार मोहल्ले की एक लड़की 9 फरवरी से लापता है। उसके परिजनों का आरोप है कि एक मुस्लिम युवक ने बहला-फुसलाकर उसका अपहरण किया है।
लड़की को केरल ले जाया गया है। इसकी सूचना लड़की के परिजनों ने रजरप्पा थाने को घटना के तुरंत बाद दी थी, लेकिन उसे अब तक बरामद नहीं किया जा सका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लड़की को लव जिहाद का शिकार बनाया गया है। उसके अपहर्ता के खिलाफ पुलिस-प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा, क्योंकि उसे सरकार का संरक्षण प्राप्त है।
लड़की की सुरक्षित वापसी की मांग को लेकर सोमवार को भी चितरपुर में हजारों लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों की अगुवाई सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और रामगढ़ की पूर्व विधायक सुनीता चौधरी कर रहे थे। इसके बाद मंगलवार की सुबह 6 बजे से लोग रामगढ़-बोकारो राष्ट्रीय राजमार्ग 23 पर जाम लगाकर बैठ गए। चक्का जाम की वजह से गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं।
तनाव को देखते हुए रामगढ़ के उपायुक्त चंदन कुमार और एसपी अजय कुमार पुलिस बल के साथ चितरपुर पहुंचे। उन्होंने सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी से वार्ता कर इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बताया गया कि लड़की को वापस लाने के लिए पुलिस की एक टीम केरल भेजी जा रही है। इसके बाद जाम हटा लिया गया। सांसद ने कहा है कि 72 घंटे के भीतर लड़की को वापस नहीं लाया गया तो फिर से चक्का जाम कर दिया जाएगा। घटना को लेकर तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस बल ने मंगलवार को चितरपुर में करीब पांच किलोमीटर के इलाके में फ्लैग मार्च भी किया।