आर्मी पब्लिक स्कूल (एपीएस), डगशाई ने 8वें मोहिंदर मेमोरियल द्विभाषी टर्नकोट डिबेट में पाइनग्रोव स्कूल, धरमपुर के साथ संयुक्त रूप से प्रथम उपविजेता बनकर वाद-विवाद प्रतिभा के केंद्र के रूप में अपनी प्रतिष्ठा की पुष्टि की, जो हाल ही में पाइनग्रोव स्कूल, धरमपुर में संपन्न हुआ।
अपनी प्रभावशाली वक्तृत्व कला और तीक्ष्ण तर्क-वितर्क के लिए विख्यात, एपीएस डगशाई की टीम ने आत्मविश्वास, बौद्धिक गहराई और विचारों की स्पष्टता से निर्णायकों को प्रभावित किया और इस प्रतिष्ठित मंच पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। इस कार्यक्रम में भारत भर के 13 प्रतिष्ठित विद्यालयों के वाक्पटु द्विभाषी वाद-विवादकर्ता एकत्रित हुए, जिससे यह उनकी बुद्धिमता, वाक्पटुता और विश्लेषणात्मक कौशल का जीवंत प्रदर्शन बन गया।
इस वाद-विवाद में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के सचिवालय प्रशिक्षण एवं प्रबंधन संस्थान के पूर्व उप-निदेशक, इंदर जीत मित्तल उपस्थित थे। निर्णायक मंडल द्वारा कड़ी जाँच के बाद, 26 मुखर प्रतिभागियों में से 17 अंतिम दौर में पहुँचे। अंतिम प्रतिभागियों ने “निगरानी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रयोग मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है” विषय पर एक जोशीला विमर्श किया। उनके प्रदर्शन ने न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा को दर्शाया, बल्कि छात्र वाद-विवाद में समकालीन मुद्दों की बढ़ती प्रासंगिकता को भी दर्शाया।
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