जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राजभवन जम्मू में मुलाकात की। उन्होंने जम्मू क्षेत्र में हाल ही में बादल फटने, भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ से हुए व्यापक नुकसान की जानकारी दी। शर्मा ने प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत और पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने जम्मू-कश्मीर दौरे के दूसरे दिन प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे थे। सुनील शर्मा ने उन्हें बताया कि इस आपदा में कई लोगों की जान गई, पशुधन को नुकसान हुआ और चल-अचल संपत्तियों का भारी नुकसान हुआ। सड़कें बह गईं, बिजली और जल आपूर्ति व्यवस्था ठप हो गई और कई दूरदराज के इलाके संपर्क से कट गए। प्रभावित लोग गहरे संकट में हैं और उन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है।
विपक्ष के नेता ने गृह मंत्री से नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष केंद्रीय टीमों के गठन की मांग की। उन्होंने पारदर्शी सर्वेक्षण के जरिए राहत और पुनर्वास की योजना बनाने पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने तत्काल राहत पैकेज की मांग की, जिसमें वित्तीय सहायता, अस्थायी आश्रय, खाद्य आपूर्ति और बुनियादी सेवाओं की बहाली शामिल हो।
उन्होंने क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, खासकर सड़कों, बिजली और जल आपूर्ति, के पुनर्निर्माण के लिए व्यापक राहत पैकेज की जरूरत बताई। उन्होंने भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचाव के लिए दीर्घकालिक उपायों और बेहतर आपदा तैयारी तंत्र की आवश्यकता पर भी बल दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार इस संकट में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ है। उन्होंने समय पर राहत और पुनर्वास के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का वादा किया। बताया जाता है कि यह मुलाकात आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए त्वरित सहायता और दीर्घकालिक समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।