शिमला, 2 जनवरी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कहा कि वह सिरमौर जिले के ट्रांस-गिरि क्षेत्र के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की औपचारिक घोषणा करने के लिए 3 जनवरी को नाहन जाएंगे।
एचपी द्वारा हेटीस को एसटी का दर्जा अधिसूचित करने से 1.6 लाख रुपये का लाभ होगा उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों शिलाई, रेणुकाजी, पच्छाद और पांवटा साहिब की 58 ग्राम पंचायतों के 95 गांवों में रहने वाले लगभग 1.60 लाख हाटी इस आदेश से लाभान्वित होंगे।
सुक्खू ने यहां मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने हमेशा कहा था कि वह केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लोगों को बाहर करने के संबंध में कुछ स्पष्टीकरण दिए जाने के 24 घंटे के भीतर इस संबंध में अधिसूचना जारी करेगी। उन्होंने कहा, “स्पष्टीकरण 30 दिसंबर को प्राप्त हुआ था और कल छुट्टी होने के कारण हमने अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करते हुए आज सुबह अधिसूचना जारी की।”
उन्होंने सिरमौर जिले के हाटी समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य के कानून विभाग ने सितंबर में केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था और 30 दिसंबर को जवाब मिला। इस अवसर पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और हाटी समुदाय के विभिन्न प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
अब आज की अधिसूचना के साथ, हाटी लोगों को भी उन समुदायों की सूची में शामिल किया जाएगा जो शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के साथ-साथ सरकारी नौकरियों में एसटी दर्जे के लाभ के हकदार हैं।