शिमला, 27 दिसंबर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिले के ठियोग में आपदा प्रभावित लोगों को राहत के रूप में 22.81 करोड़ रुपये वितरित किये।
मुआवजे में 395 प्रभावित परिवारों में से प्रत्येक को 3 लाख रुपये शामिल हैं जिनके घर मानसून के दौरान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे। अन्य 1,840 प्रभावित परिवारों को 10.96 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है, जिनके घरों को भी आंशिक क्षति हुई थी। शिमला जिले को आपदा का सबसे अधिक खामियाजा भुगतना पड़ा क्योंकि 395 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 458 कच्चे घरों को आंशिक क्षति हुई और 354 किसानों ने अपने पशुधन खो दिए।
सुक्खू ने कहा कि व्यापक तबाही के बावजूद केंद्र सरकार ने राज्य के आपदा प्रभावित लोगों के लिए कोई विशेष राहत पैकेज नहीं दिया है। सुक्खू ने कहा, “केंद्र से कोई सहायता नहीं मिलने के बावजूद, राज्य सरकार आपदा प्रभावित परिवारों को मदद देने की पूरी कोशिश कर रही है और उसने अपने बजट से 4,500 करोड़ के विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है।” उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को मुफ्त बिजली और पानी के कनेक्शन और घर निर्माण के लिए सरकारी दरों पर सीमेंट भी उपलब्ध करा रही है।
सीएम ने कहा कि जब मानसून को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव विधानसभा में चर्चा के लिए आया, तो एक भी भाजपा विधायक इसका समर्थन करने के लिए आगे नहीं आया, जबकि यह राज्य के हित में था। सीएम ने टिप्पणी की, “हालांकि, राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए हमने गरीब लोगों के पक्ष में नियमों में संशोधन भी किया है।”
सीएम ने कहा कि सरकार बागवानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि बागवान अधिकतम लाभ कमाएं, अगले वर्ष से सेब केवल 20 किलोग्राम यूनिवर्सल कार्टन में ही बेचा जाएगा।