अमृतसर (पंजाब), 8 जून, 2025: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को अकाली नेताओं की कड़ी आलोचना की और उन पर पैसे के लालच में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) को केवल “शिरोमणि गोलक प्रबंधक समिति” तक सीमित करने का आरोप लगाया।
एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बादल परिवार ने धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए अपनी राजनीतिक शक्ति का दुरुपयोग किया है, जिसमें अपने निजी हितों के अनुरूप श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों की नियुक्ति में हेरफेर करना भी शामिल है।
उन्होंने दावा किया कि वित्तीय उद्देश्यों से प्रेरित अकालियों ने एसजीपीसी की पवित्रता को नुकसान पहुंचाया तथा संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए इसका और श्री अकाल तख्त साहिब दोनों का दुरुपयोग किया। भगवंत सिंह मान ने उन पर जनता को धोखा देने तथा अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के निर्देशों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अकालियों ने न केवल राज्य के खजाने को लूटा है, बल्कि धार्मिक संस्थाओं के धन को भी लूटा है। उन्होंने उनके कार्यकाल की आलोचना करते हुए कहा कि यह राजनीतिक और धार्मिक शोषण से भरा था, जिससे पंजाब को काफी नुकसान हुआ।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि अकाली नेतृत्व उस विरासत का प्रतीक है, जहां गरीबों की उपेक्षा की गई, जबकि ताकतवर लोगों ने राज्य को बेरोकटोक लूटा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अकालियों ने समाज के वंचित और कमजोर वर्गों का शोषण किया है और अब वे अपने कार्यों के परिणाम भुगत रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के लोग अकालियों द्वारा राज्य और इसके निवासियों के खिलाफ किए गए अपराधों के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘गरीबों और ईमानदारों की प्रार्थनाएं हमेशा भगवान तक पहुंचती हैं और उनके श्राप अजेय हैं, यही कारण है कि बादल अब अपने पापों का भुगतान कर रहे हैं।’’
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