पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को भगवान श्री वाल्मिकी तीर्थ स्थल (राम तीरथ) में स्थित अत्याधुनिक भगवान वाल्मिकी जी पैनोरमा को मानवता को समर्पित किया।
परियोजना को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया का पहला महाकाव्य रामायण आदिकवि भगवान वाल्मीकि जी द्वारा लिखा गया था, जिन्होंने अपने ज्ञान और दर्शन से दुनिया को रोशन किया।
उन्होंने कहा कि अपनी तरह के इस पहले पैनोरमा में प्रौद्योगिकी का जादू गहन वर्णन के साथ मिलकर आगंतुकों के लिए एक गहन और दिव्य वातावरण का निर्माण करता है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पैनोरमा भव्यता, सौंदर्य और वास्तुकला का एक आदर्श मिश्रण है और यह राज्य सरकार की ओर से भगवान श्री वाल्मीकि जी को एक विनम्र श्रद्धांजलि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पैनोरमा परिसर नौ एकड़ क्षेत्र में निर्मित है और इसके निर्माण पर 32.78 करोड़ रुपये की लागत आई है।
उन्होंने कहा कि यह पैनोरमा भगवान श्री वाल्मीकि जी को समर्पित है तथा इसमें उनके जीवन की कहानी के साथ-साथ महाकाव्य के अंश भी प्रदर्शित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह आधुनिक संग्रहालय भगवान वाल्मीकि जी के जीवन और योगदान को बताने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि पैनोरमा में कुल 14 गैलरी हैं तथा प्रत्येक गैलरी भगवान श्री वाल्मीकि जी के जीवन और रामायण के एक विशिष्ट पहलू को समर्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन 14 दीर्घाओं में रिसेप्शन एरिया, भगवान श्री वाल्मिकी जी की विशेषताएं, भगवान श्री वाल्मिकी जी का जन्म और प्रारंभिक जीवन, आदि कवि (प्रथम कवि), पहला महाकाव्य, रामायण की रचना, रामायण की विशेषताएं शामिल हैं। माता सीता और लव कुश, योगेश्वर और संगीतेश्वर, संजीवनी विध्यके स्वामी, अश्वमेध यज्ञ, योग वशिष्ठ, भगवान वाल्मिकी जी नाम माला और भगवान वाल्मिकी जी आशीर्वाद।
उन्होंने कहा कि गैलरी के अलावा, पैनोरमा में आगंतुकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कैफेटेरिया, स्मारिका दुकान, पुस्तकालय और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये सुविधाएं मेहमानों के लिए यात्रा को और अधिक सुविधाजनक और आनंददायक बना देंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी पैनोरमा एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक उपलब्धि है तथा इससे भगवान श्री वाल्मीकि जी के जीवन और योगदान तथा रामायण महाकाव्य में रुचि रखने वाले पर्यटकों और उत्साही लोगों के आकर्षित होने की आशा है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पैनोरमा दुर्लभ वास्तुकला से सुसज्जित और सौंदर्यपूर्ण ढंग से डिजाइन किया गया इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पहल न केवल सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देगी, बल्कि आने वाले सभी लोगों के लिए एक शैक्षिक अनुभव भी प्रदान करेगी।
Leave feedback about this