पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के आगामी 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम आयोजित करेगी।
पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को बड़े स्तर पर मनाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य भर में कई समागम आयोजित किए जाएंगे तथा गुरू साहिब के पद चिन्हों वाले स्थानों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाएगा।
भगवंत सिंह मान ने पर्यटन विभाग को महान सिख गुरु के शहीदी दिवस को मनाने के लिए कई कार्यक्रमों के आयोजन के लिए विस्तृत कार्यक्रम तैयार करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने पूजा की स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा और मानवीय और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को संरक्षित करने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। उन्होंने कहा कि गुरु जी का सर्वोच्च बलिदान मानव जाति के इतिहास में अद्वितीय और बेमिसाल है और अत्याचार और उत्पीड़न के खिलाफ धर्मयुद्ध का प्रतीक है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सिखों के नौवें गुरु ने देश में मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।
पंजाब में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने फरवरी में राज्य में रंगला पंजाब उत्सव आयोजित करने की मंजूरी दे दी। उन्होंने कहा कि इस उत्सव का उद्देश्य पंजाब को सबसे पसंदीदा वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में प्रदर्शित करना है। उन्होंने कहा कि पंजाब में खूबसूरत स्थलों के साथ-साथ समृद्ध और शानदार सांस्कृतिक विरासत है जो दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित कर सकती है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य को पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं, जिसके लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राज्य में पर्यटन की अप्रयुक्त क्षमता का दोहन किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में उत्प्रेरक का काम करेगा क्योंकि यह पर्यटन को बढ़ावा देकर राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलेगा। उन्होंने कहा कि यह सही समय है जब जीवंत और समृद्ध पंजाब को दुनिया भर के लोगों के सामने प्रदर्शित किया जाए ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिले। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह महोत्सव राज्य में बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करेगा और पंजाब की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।
मुख्यमंत्री ने आने वाली पीढ़ियों के लिए राज्य की शानदार सांस्कृतिक विरासत को कायम रखने के लिए राज्य भर में विरासती उत्सवों के आयोजन को भी मंजूरी दी। उन्होंने पर्यटन एवं सांस्कृतिक विभाग को कैलेंडर कार्यक्रमों के रूप में एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा ताकि ये उत्सव हर साल मनाए जा सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन उत्सवों को बड़े स्तर पर मनाया जाना चाहिए ताकि राज्य की समृद्ध विरासत को बड़े पैमाने पर संरक्षित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग से परगती मैदान की तर्ज पर अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर स्थापित करने की संभावना तलाशने को भी कहा। उन्होंने कहा कि ये कन्वेंशन सेंटर अमृतसर, लुधियाना और न्यू चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरों में स्थापित किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इनमें एरिना, होटल, शॉपिंग मॉल और अन्य सुविधाएं होनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे प्रसिद्ध और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित कलाकारों द्वारा बड़े शो आयोजित करके राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने विभाग को रणजीत सागर बांध, शाहपुर कंडी बांध और राज्य के कंडी क्षेत्रों के आसपास के क्षेत्रों को और विकसित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों को दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आदर्श पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जा सकता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन क्षेत्रों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की बहुत संभावनाएं हैं, जिसके लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि किला मुबारक में बने पंजाब के पहले बुटीक होटल का ट्रायल रन शुरू हो गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह आने वाले दिनों में शाही शहर के दौरे के दौरान इस होटल का दौरा जरूर करेंगे।
उन्होंने कहा कि पीपीपी मोड पर निर्मित यह सौंदर्यपरक होटल आराम, आतिथ्य और शान के मामले में एक नया मानक स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि यह गंतव्य विवाह समारोहों और अन्य आयोजनों के लिए एक पसंदीदा स्थान होगा।