भाखड़ा- नहर के पानी को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे विवाद के बीच आज (5 मई) पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र होने जा रहा है। सत्र सुबह 11 बजे शुरू हुआ। इस दौरान हरियाणा को पानी न देने का प्रस्ताव भी पेश किया गया।
सत्र के दौरान अब सीएम मान का बयान सामने आ रहा है जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हम पिछली सरकारों की गलतियों का खामियाजा भुगत रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री और प्रताप सिंह बाजवा के बीच बहस भी हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इतिहास में नहीं जाना चाहता।
आप विधायक अमृतपाल सुखानंद ने बीबीएमबी के फैसले की कॉपी फाड़ते हुए इसे गैरकानूनी बताया। उन्होंने कहा कि पंजाब में अब पानी नहीं बचा है। 5 नदियों से बना पंजाब अब सिर्फ 3 नदियों से बना है।
सुखपाल खैरा के भाषण को लेकर प्रताप सिंह बाजवा और डिप्टी स्पीकर जय किशन रोड़ी के बीच बहस हो गई। बाजवा ने कहा कि खैरा को बोलने का मौका दिया जाना चाहिए। इस पर डिप्टी स्पीकर ने कहा कि उन्हें बोलने का मौका दिया जाएगा।
इससे पहले बाजवा की आप विधायक गुरप्रीत सिंह से बहस हुई। गुरप्रीत सिंह ने कहा कि नेताओं को अपनी पिछली सरकारों की गलतियों के लिए माफी मांगनी चाहिए, ताकि लोग उन्हें माफ कर सकें। इस पर प्रताप सिंह बाजवा खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि हम माफी मांगने के लिए तैयार हैं, लेकिन अगर अरविंद केजरीवाल साहब हरियाणा को पानी देने के अपने बयान पर माफी मांगते हैं, तो हम भी माफी मांग लेंगे।
उधर, भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने भाखड़ा बांध पर पंजाब पुलिस बल की तैनाती को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। बीबीएमबी का कहना है कि बांध पर पंजाब सरकार ने कब्जा कर लिया है। याचिका पर दोपहर बाद सुनवाई होने की संभावना है।
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