मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश कर दिया है। उन्होंने बजट पेश करते हुए कहा कि यह बजट एक नए और समृद्ध जम्मू-कश्मीर का रोड मैप है।
उन्होंने कहा, “मैं आज वित्त मंत्री के रूप में अपना पहला बजट पेश करने के लिए आपके सामने खड़ा हूं, जो सात वर्षों में सामूहिक सरकार का पहला बजट है। हालांकि, यह एक सम्मान की बात है, लेकिन मैं इस महत्वपूर्ण मोड़ पर जम्मू-कश्मीर के वित्त का संरक्षक होने के साथ आने वाली जिम्मेदारी के भार से पूरी तरह वाकिफ हूं। यह एक नए और समृद्ध जम्मू-कश्मीर के लिए एक रोडमैप है, जो हमारे लोगों की आकांक्षाओं को दर्शाता है और आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति और सतत विकास के लिए एक मजबूत नींव रखता है।”
डिप्टी सीएम सुरिंदर कुमार चौधरी ने कहा, “भाजपा पिछले छह सालों में जम्मू-कश्मीर में हुई तबाही का जवाब क्यों नहीं देती? जम्मू-कश्मीर के युवा बेकार बैठे हैं, उद्योग बंद हो गए हैं। एक दिन पहले भाजपा ने सदन में महाराज साहब का मुद्दा उठाया था और आज पाकिस्तान का मुद्दा उठाया गया। भाजपा उन मुद्दों पर बात नहीं करती, जिन पर चर्चा होनी चाहिए। राज्य के बंटवारे के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों को क्या मिला? महाराजा हरि सिंह हमारे भी राजा हैं।”
जम्मू-कश्मीर सरकार के बजट पर कांग्रेस विधायक तारिक हमीद कर्रा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैं पहले बजट को पढ़ूंगा और उसके आधार पर ही ज्यादा कुछ बोल पाऊंगा, लेकिन मैं यही कहूंगा कि हमें देखना होगा कि मुख्यमंत्री ने वित्त मंत्री के तौर पर बजट में क्या मापदंड तय किए हैं।
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