हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज देश भर में जाति जनगणना कराने के “ऐतिहासिक निर्णय” के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की तथा इसे सामाजिक न्याय और समाज के सबसे वंचित वर्गों के सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में नई दिल्ली में एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक में बोलते हुए सैनी ने कहा कि इस पहल से यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि अधिकार और अवसर उन लोगों तक पहुंचें जिन्हें उनकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
सैनी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी जाति जनगणना कराने का ऐतिहासिक फैसला लेकर दूरदर्शी नेतृत्व का परिचय दिया है।’’ “यह सामाजिक न्याय की दिशा में एक अभूतपूर्व कदम है और इससे समाज के सबसे वंचित और उपेक्षित वर्गों के लिए अधिकारों और अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा।”
बैठक के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी की सराहना करते हुए और प्रधानमंत्री मोदी के साहसिक नेतृत्व की सराहना करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया।
सैनी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सरकार का मूल मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ जाति जनगणना में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जनगणना से विभिन्न समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का सटीक आकलन करने में मदद मिलेगी, जिससे विकास योजनाएं अधिक लक्षित और प्रभावी बन सकेंगी।
उन्होंने कहा, “यह सरकार के दृष्टिकोण का हिस्सा है, जो प्रत्येक भारतीय को समान अवसर और सम्मान प्रदान करने पर केंद्रित है।” सैनी ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने जाति जनगणना पर ठोस कार्रवाई किए बिना केवल राजनीति की।