मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की कि राज्य सरकार 3 जनवरी को समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की जयंती आधिकारिक रूप से मनाएगी। बहादुरगढ़ में एक सामाजिक समारोह में बोलते हुए सैनी ने फुले की विरासत से प्रेरित होकर महिला शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
एक बड़ी घोषणा में मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक नगर बहादुरगढ़ को नगर परिषद से निगम में अपग्रेड किया जाएगा, बशर्ते कि वह आवश्यक मानदंडों को पूरा करे। इसके अतिरिक्त, उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि बहादुरगढ़ से असौधा तक मेट्रो लाइन का विस्तार करने के प्रस्ताव पर तेजी से काम किया जाएगा।
सैनी ने बहादुरगढ़ में विकास परियोजनाओं के लिए विशेष रूप से 5 करोड़ रुपये आवंटित किए। उन्होंने वार्ड 7 और 10 में छठ पूजा घाटों के निर्माण की भी घोषणा की।
सावित्रीबाई फुले के योगदान पर प्रकाश डालते हुए सैनी ने कहा: “सावित्रीबाई फुले सिर्फ एक नाम नहीं है, बल्कि महिला सशक्तिकरण और लड़कियों की शिक्षा की कहानी है। उनकी दृष्टि हरियाणा की महिला सशक्तिकरण पहलों को प्रेरित करती है। भिवानी के लोहारू में सरकारी महिला कॉलेज का नाम बदलकर माता सावित्रीबाई फुले के नाम पर रखा गया है। सरकार महिलाओं को शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्य की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।”
उन्होंने फुले को सामाजिक सुधार की अग्रदूत और महिला अधिकारों की समर्थक बताया तथा 1848 में पुणे में भारत का पहला बालिका विद्यालय स्थापित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में समकालीन प्रयास फुले जैसे सुधारकों द्वारा रखी गई नींव पर आधारित हैं। शर्मा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का मानना है कि महिलाओं को सशक्त बनाना न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है।’’
निर्दलीय विधायक राजेश जून ने बहादुरगढ़ में विकास संबंधी चिंताओं को लेकर मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। सभा को भाजपा नेता ओम प्रकाश धनखड़ और राज्यसभा सांसद राम चंदर जांगड़ा ने भी संबोधित किया।
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