शिमला, 7 जून मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने आज राज्य में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निर्मित की जा रही फोर-लेन व अन्य सड़कों की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने विभागों को चल रही परियोजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए, ताकि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए समय-सीमा पूरी की जा सके।
सुखू ने एनएचएआई अधिकारियों को शिमला-मटौर और मंडी-पठानकोट सड़कों को पूरी तरह से चार लेन में विकसित करने का निर्देश दिया, ताकि यात्रियों को सुगम यात्रा की सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार कांगड़ा जिले को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित कर रही है और दोनों चार लेन पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद करेंगी।”
उन्होंने दोनों चार लेनों के सौंदर्यीकरण को बढ़ाने पर भी जोर दिया और पहाड़ियों की अनावश्यक कटाई को कम करने के लिए सुरंगों के निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने आगे कहा कि शिमला-नौनी सड़क खंड का निर्माण कार्य मानसून के बाद शुरू होगा और सितंबर, 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।
सुक्खू ने कहा कि पिंजौर-नालागढ़-बद्दी फोरलेन के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी, जिससे इन क्षेत्रों में उद्योगों को लाभ मिलेगा तथा इस परियोजना को 2025 के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिमला बाईपास परियोजना, शिमला-सोलन फोरलेन, मंडी-हमीरपुर और पांवटा-शिलाई सड़कों के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण की भी समीक्षा की।
बैठक में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित और पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता एनपी सिंह भी शामिल हुए।
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