चंडीगढ़, 25 नवंबर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि सरकार राज्य में पराली जलाने की समस्या को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह अजीब बात है कि तमाम प्रयासों के बावजूद, राष्ट्रीय राजधानी में खराब AQI सूचकांक के लिए राज्य को दोषी ठहराया जा रहा है।मान ने कहा कि यह विडंबना है कि राज्य को “बिना किसी कारण के बदनाम किया जा रहा है”। सीएम ने धान की पराली न जलाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने की वकालत की। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी आय बढ़ाने के लिए वैकल्पिक फसलों के लिए एमएसपी दिया जाना चाहिए।
मान ने केंद्र से धान पर एमएसपी व्यवस्था समाप्त करके “किसानों को धमकी देने से बचना” बंद करने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके बजाय, केंद्र को हस्तक्षेप करना चाहिए और खतरे के लिए एक व्यवहार्य तंत्र ढूंढना चाहिए।
मान ने कहा कि पंजाब ने देश को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और केंद्र को इस मुद्दे पर राज्य के मेहनती और लचीले किसानों को “छोड़ने” से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप के सांसद राज्य से जुड़े इन मुद्दों को संसद के आगामी सत्र में उठाएंगे।